पैतृक संपत्ति में बेटियों को समान अधिकार से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले को वाट्सएप पर शेयर करना कर्नाटक के एक दंपती को महंगा पड़ गया। उनके अपने परिजन ही जान के दुश्मन बन गए। दंपती के ऊपर उनके चार भतीजों ने हमला बोल दिया।
बेंगलुरु में रहने वाली शशिकला ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि उन्होंने संपत्ति के मामले में हाल में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को परिवार के वाट्सएप ग्रुप पर पोस्ट किया था। इसे देखने के बाद उनके भाइयों के चार बेटों ने उनके होटल पहुंचकर पति पर डंडों और पत्थर से हमला कर दिया। जब वह पति को बचाने के लिए गई तो उन पर भी हमला किया गया। इस दौरान उन्हें धमकी भी दी गई। फिलहाल चारों आरोपित पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय बेंच ने हाल में व्यवस्था दी थी कि हिंदू महिला को पैतृक संपत्ति में संयुक्त उत्तराधिकारी होने का अधिकार जन्म से मिलता है। कोर्ट ने ये भी कहा था कि इस अधिकार पर यह शर्त लागू नहीं होती है कि 2005 में हिंदू उत्तराधिकार कानून में संशोधन के समय अधिकार मांगने वाली महिला के पिता जीवित थे या नहीं।
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को महिलाओं ने किया था स्वागत
वहीं, दूसरी ओर कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले महिलाओं ने जमकर स्वागत किया था। उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय मील का पत्थर साबित होगा। बेटियों को अब आर्थिक आजादी मिल सकेगी। किसी भी संकट के समय उन्हें दूसरों के आगे हाथ नहीं फैलाना पड़ेगा। जरूरत पड़ेगी तो वे अपने साथ दूसरों को भी सहयोग दे सकेंगी। इस फैसले का लंबे समय से इंतजार था। परिवार के लोगों को भी इसे सकारात्मक ढंग से लेना चाहिए। इसमें किसी तरह के विवाद की स्थिति नहीं पैदा करनी चाहिए।