सुकेश ने अपने पत्र में केजरीवाल पर खुद को अपने परिवार को धमकाने का आरोप लगाया है। साथ ही उसने पत्र के जरिए केजरीवाल पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं और उन्हें घपलेबाज बताया है।
मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में दिल्ली की मंडोली जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर ने अपने वकील के जरिए एक पत्र लिखकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। सुकेश ने मुख्यमंत्री पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाने के लिए केजरीवाल को खरी-खोटी सुनाई है।
मैं केजरीवाल की धमकियों से नहीं डरता: सुकेश
सुकेश ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री दिल्ली में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाते हैं। वह घपलेबाज हैं। वह अपने सहयोगियों के जरिए जेल में उसे और उसके परिवार को धमका रहे हैं, लेकिन वह उनकी धमकियों से डरेगा नहीं।
रेल मंत्री को भी लिख चुका है पत्र
आपको बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं जब सुकेश ने जेल से अपने वकील के जरिए पत्र लिखा हो वह पहले भी कई बार अपने पत्रों के माध्यम से दिल्ली की केजरीवाल सरकार और उनके मंत्रियों पर निशाना साधता रहा है।
बीते दिनों सुकेश ने रेल मंत्री को खत लिखा था, जिसमें उसने ओडिशा रेल हादसे के पीड़ितों के परिवारों को आर्थिक मदद देने की पेशकश की थी। उसने कहा था कि वह पीड़ित परिवारों की मदद के लिए 10 करोड़ की आर्थिक सहायता देना चाहता है।
धोखाधड़ी मामले में 14 जुलाई को होगी सुनवाई
वहीं, बीते महीने ठग सुकेश चंद्रशेखर के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी और मकोका के मामले में पटियाला हाउस कोर्ट ने आरोपपत्र के तहत सुकेश पर आरोप तय करने को बहस के लिए 14 जुलाई की तारीख तय की थी।
विशेष न्यायाधीश शैलेंद्र मलिक की कोर्ट में अगली सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों के बीच आरोपित सुकेश पर आरोप तय करने को लेकर बसह होगी। बहस पूरी होने के बाद कोर्ट की तरफ से आरोप तय किए जाएंगे। साथ ही अगली सुनवाई पर सुकेश की कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश किया जा सकता है।
सुकेश ने ने जुलाई 2021 में एक महिला जपना सिंह को लैंडलाइन नंबर से कॉल किया था और खुद को विधि सचिव बताया था। सुकेश चंद्रशेखर ने तिहाड़ जेल में बंद जपना के पति मालविंदर सिंह की सुरक्षा का हवाला दिया और उनसे सहयोग करने की बात कर 4 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की थी।
सुकेश ने इस तरह कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया है। इस मामले में सुकेश चंद्रशेखर, उसकी पत्नी सहित अन्य आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।