वॉशिंगटन के एक न्यायाधीश ने द संडे टाइम्स की लंबे समय तक विदेशी संवाददाता रही पत्रकार मैरी कोल्विन की 2012 में हुई मौत को लेकर सीरियाई सरकार से उनके परिवार को 30.2 करोड़ डॉलर देने के लिए कहा है. अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट अदालत के न्यायाधीश एमी बर्मन जैक्सन ने बुधवार देर रात को दिए फैसले में कहा कि सीरियाई सेना ने होम्स शहर में उस अस्थायी मीडिया केंद्र को जानबूझकर निशाना बनाया जहां कोल्विन और अन्य पत्रकार काम कर रहे थे.
केंद्र पर लगातार हमलों के चलते 22 फरवरी 2012 को कोल्विन और फ्रांसीसी पत्रकार रेमी ओचलिक की मौत हो गई थी. ब्रिटिश समाचार पत्र के लिए दुनिया भर में संघर्षों को कवर करने वाली कोल्विन की पहचान बायी आंख पर बांधी जाने वाली काली पट्टी थी. उन्हें 2001 में श्रीलंका में एक ग्रेनेड हमले के कारण एक आंख से दिखना बंद हो गया था. साल 2018 में आई फिल्म ‘‘ए प्राइवेट वार’’ उनकी जिंदगी पर आधारित थी.
कोल्विन के परिवार के वकीलों ने दलील दी कि यह मौत कोई दुर्घटना नहीं थी. उन्हें विदेशों में सीरियाई सरकार की संपत्तियों को कुर्क करके 30.2 करोड़ डॉलर की धनराशि बरामद करने की उम्मीद है. सीरियाई सरकार ने कभी इस मुकदमे का जवाब नहीं दिया. कोल्विन के परिवार के प्रमुख वकील स्कॉट गिलमोर ने कहा, ‘‘अब चुनौती इस फैसले को लागू करना है.’’