सीबीएसई द्वारा सीटीईटी जुलाई 2023 का आयोजन देश भर 284 शहरों किया जाना है। इन शहरों आवंटन ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर किया जा रहा है। ऐसे में पूर्वी उत्तर-प्रदेश के जिलों की सीटें फुल हो चुकी हैं।

प्राइमरी और अपर प्राइमरी (जूनियर हाई स्कूल) कक्षाओं में अध्यापन हेतु पात्रता निर्धारित करने के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटीईटी) का आयोजन हर साल दो बार (जुलाई और दिसंबर) में करता है। इस परीक्षा में देश भर से लाखों उम्मीदवार सम्मिलित होते हैं। इस परीक्षा के जुलाई 2023 सत्र के लिए अधिसूचना 27 अप्रैल को जारी के बाद आवेदन प्रक्रिया 27 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। इस परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए उम्मीदवारों उनके परीक्षा केंद्र के शहर का आवंटन सीबीएसई द्वारा ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर किया जाना है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के जिलों के लिए आवंटित सीटों की संख्या 3 दिन में ही फुल हो चुकी है।
पूर्वांचल के जिलों की सीटें बढ़ाने की मांग
ऐसे में उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से (पूर्वांचल) के 21 जिलों के उम्मीदवार सीटीईटी जुलाई 2023 के लिए आवेदन में नजदीकी परीक्षा शहर का विकल्प ऑनलाइन फॉर्म में न मिलने से परेशान हैं। ये उम्मीदवार अब सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए सीबीएसई के अधिकारियों से लेकर शिक्षा मंत्री और अन्य से सीटें बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
उम्मीदवारों के पास विकल्प
हालांकि, सीटीईटी जुलाई 2023 के लिए पूर्वांचल के जिलों में सीटे बढ़ाने की मांग का इंतजार न करते हुए उम्मीदवारों को जल्द से जल्द अप्लाई कर लेना चाहिए ताकि वे नजदीकी परीक्षा शहर प्राप्त कर सकें। आमौतर पर विभिन्न परीक्षा एजेंसियों द्वारा आवेदन प्रक्रिया पूरी करने के बाद अप्लीकेशन करेक्शन का मौका दिया जाता है, जिस दौरान परीक्षा शहर बदलने का विकल्प भी हो सकता है। ऐसे में यदि सीबीएसई द्वारा सीईटी जुलाई 2023 के लिए सीटें बढ़ाई भी जाती हैं तो उसका चुनाव उम्मीदवार आवेदन सुधार की अवधि के दौरान कर सकेंगे। ऐसे में उम्मीदवारों अधिक दूरी के परीक्षा शहर के आवंटन की प्रायिकता समाप्त हो जाएगी।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal