भोपाल: मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण अब कम होने लगा है. ऐसे में बीते कल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना नियंत्रण की समीक्षा बैठक की है. बताया जा रहा है इस बैठक में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव की रणनीति पर मंथन किया गया। जी दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक की. इस बैठक में सीएम ने कोरोना की तीसरी लहर की सम्भावनाओं को देखते हुए चिकित्सा विशेषज्ञों के सुझाव भी लिये और पीड़ितों के इलाज और बचाव के लिये जन-सहयोग से अग्रिम कार्य-योजना पर चर्चा की।
आप सभी को हम यह भी बता दें कि बैठक में कोर ग्रुप के मंत्री और अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। वहीं इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, ”प्रत्येक नागरिक को कोरोना अनुकूल व्यवहार अपनाने के लिए जागरूक किया जाए। हमारा प्रयास रहेगा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर नहीं आए।”
इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि, ”चिकित्सा विशेषज्ञों का अनुमान है कि कोरोना की तीसरी लहर सितम्बर, अक्टूबर माहों में आ सकती है। अत: इलाज की पूरी तैयारी रखी जाए, चिकित्सालयों में बेड्स की उपलब्धता, ऑक्सीजन आपूर्ति में आत्म-निर्भरता, उपकरणों एवं दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता और भण्डारण, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ आदि के पदों में वृद्धि और प्रशिक्षण पर आधारित कार्य योजना पर कार्य किया जाए।”
वहीं इस बैठक में चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि ”तीसरी लहर में बच्चे अधिक संख्या में पीड़ित होंगे। इस अनुमान का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। इस अनुमान का आधार है बच्चों में वैक्सीनेशन नहीं होना और स्कूल-कॉलेज शुरू होने पर आपसी सम्पर्क का बढ़ना।”
शिवराज सिंह चौहान की बैठक में बताया गया है कि, ‘शासकीय अस्पतालों में वर्तमान में उपलब्ध अलग-अलग श्रेणियों के बेड्स की संख्या बढ़ायी जा रही है। ऑक्सीजन बेड्स की संख्या 36 प्रतिशत बढ़ायी जा रही है। अगस्त 21 तक 19 हजार 130 ऑक्सीजन बेड्स की क्षमता प्राप्त कर ली जायेगी, बच्चा वार्ड में ऑक्सीजन बेड की संख्या में 120% की वृद्धि कर 2247 बेड्स की क्षमता हासिल की जाएगी।’