उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीका वायरस के उपचार और बचाव के संबंध में अधिकारियों को उचित प्रबंधन का निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान तथा दस्तक अभियान को पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए। रविवार को जारी सरकारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर एक बैठक में संचारी रोगों के नियंत्रण के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जीका वायरस के कुछ मामले कानपुर नगर में मिले हैं और इस बीमारी को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा एवं उपचार का उचित प्रबंध किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीका वायरस मच्छरों से फैलता है इसलिए मच्छरों से बचाव ही इससे सुरक्षा है। उन्होंने मच्छर जनित रोगों के नियंत्रण हेतु बचाव एवं जागरूकता कार्य को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश देते हुए कहा कि यह कार्रवाई जीका वायरस की रोकथाम में उपयोगी सिद्ध होगी। उन्होंने निगरानी कार्य को तत्परता से किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन, फॉगिंग तथा लार्वा रोधी छिड़काव कार्य लगातार किया जाए। यह कार्रवाई कोविड-19 के साथ-साथ जीका वायरस तथा अन्य संचारी रोगों के नियंत्रण में उपयोगी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि कानपुर में पिछले हफ्ते जीका वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया और वायु सेना में तैनात एक अधिकारी इस रोग से संक्रमित पाया गया। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वायु सेना के एक वारंट अधिकारी की जीका वायरस के लिए जांच की गयी और उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई। इसके बाद कई और मामले सामने आए।