फेसबुक ने रिपोर्ट में कहा है कि डाटा की सुरक्षा के लिए कंपनी हर संभव कदम उठा रही है। इसके साथ ही कंटेंट रिव्यू के लिए भी बड़ी रकम खर्च कर रही है। जिससे डाटा का गलत इस्तेमाल होने से रोका जा सके। फेसबुक ने यह भी कहा है कि कंपनी अपनी ओर से हर तरह प्रयास कर रही है लेकिन मीडिया और थर्ड पार्टी की ओर से इस तरह की गतिविधियां सामने आ रही हैं।
फेसबुक ने यूजर्स और निवेशकों को आगाह करते हुए कहा कि इस तरह के मामले भविष्य में भी सामने आ सकते हैं। जिसमें कंपनी की पॉलिसी के खिलाफ डाटा का गलत इस्तेमाल चुनावी कैंपेन, अनचाहे विज्ञापन और गलत सूचनाएं फैलाने के लिए किया जाता है। कंपनी ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो यूजर्स का फेसबुक पर से भरोसा और कम हो सकता है। जिसका सीधा असर कंपनी की ब्रांड इमेज और बिजनेस पर पड़ेगा। कंपनी ने कहा कि ऐसे मामलों के कारण उसकी कानूनी मुश्किलें बढ़ सकती हैं जिसमें पैनाल्टी के कारण कंपनी को आर्थिक नुकसान भी उठाना होगा। साथ ही कंपनी का समय भी खर्च होगा।
बता दें लोगों का डाटा ‘दिस इज योर डिजिटल लाइफ’ नाम के क्विज एप की सहायता से एकत्रित किया गया था, जिसे एलेक्जेंडर कोगन ने बनाया था। इसके बाद यह डाटा कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के साथ साइकोलॉजी रिसर्चर और एलेक्जेंडर की कंपनी ग्लोबल सांइस रिसर्च के पास गया। आखिर में फिर यह डाटा कैंब्रिज एनालिटिका को यूजर्स की रजामंदी के बिना ही सौंप दिया गया था।