यूपी सरकार के निर्देश पर 600 से कम कोरोना केस वाले जिले अनलॉक हो गए है, लेकिन शनिवार और रविवार को साप्ताहिक बंदी रहेगी। इस दौरान सेनेटाइजेशन कराया जाएगा। साथ ही फॉगिंग के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। साप्ताहिक बंदी में आबकारी की दुकानें भी खुली रहेंगी।
आगरा के जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि साप्ताहिक बंदी में आपातकालीन सेवाओं के अलावा अन्य लोगों के निकलने या दुकानें/बाजार खुलने पर प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने बताया कि शनिवार और रविवार को सब्जी, फल, बेकरी और दूध के प्रतिष्ठान खुले रहेंगे। अस्पताल, पैथोलॉजी लैब, दवाओं और उससे जुड़ी सेवाओं पर कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा। जिलाधिकारी ने बताया कि इंडस्ट्री भी खुलेंगी। औद्योगिक निर्माण इकाइयां अपना काम करती रहेंगी। राशन वितरण प्रणाली के अंतर्गत सभी प्रतिष्ठान, समस्त कीटनाशक दवाओं, खाद, बीज की दुकानें और कृषि यंत्रों से संबंधित दुकानें खुली रहेंगी। इसके अलावा ई-कामर्स, होम डिलीवरी की सेवाएं एवं आबकारी की दुकानें खुली रहेंगी।
भीड़ कैसे रोकी जा सकेगी
जब आबकारी की दुकानें खुलेंगी तो लोग वहां पर पहुंचेंगे भी। ऐसे में सवाल उठता है कि जब साप्ताहिक बंदी है तो आबकारी की दुकानें खोलने की अनुमति क्यों दी गई। आबकारी की दुकानें आपातकालीन सेवाओं में तो आती नहीं हैं। ऐसे में लोग शराब खरीदने के लिए भी वहां पहुंचेंगे। ऐसे में भीड़ को रोक पाना संभव नहीं होगा।