सहारनपुन, सहारनपुर में वर्ष 2014 में हुई गुरुद्वारा हिंसा के मास्टरमाइंड मोहर्रम अली पप्पू को विधायक संजय गर्ग ने सपा की सदस्यता ग्रहण कराई है। इसका फोटो इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। मोहर्रम अली पप्पू को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल समाजवादी पार्टी की लाल टोपी पहना रहे हैं, वहीं बगल में सहारनपुर से सपा विधायक संजय गर्ग भी खड़े हैं। यह बताया जा रहा है कि संजय गर्ग के जरिए ही पप्पू को सपा ज्वाइन कराई गई है। इस फोटो को लेकर सिख समुदाय के लोगों में गुस्सा है।
गुरुद्वारे की जमीन को लेकर हुआ था सांप्रदायिक संघर्ष
2014 में सहारनपुर के गुरुद्वारा रोड पर गुरुद्वारे की जमीन पर लेंटर डालने को लेकर सांप्रदायिक संघर्ष हुआ था। सैकड़ों दुकानें जला दी गईं थीं. कई लोग घायल भी हुए थे। पुलिस पर फायरिंग में कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। सहारनपुर में कई दिनों तक कर्फ्यू लगाना पड़ा था. उस वक़्त सहारनपुर में हालात बेकाबू हो चुके थे।
मोहर्रम अली पर 87 मुकदमे
पुलिस ने इस मामले में पंचायत करने और लोगों को भड़काने पर सहारनपुर के पूर्व पार्षद मोहर्रम अली पप्पू को नामजद किया था। पुलिस की तरफ से उस पर करीब 87 मुकदमे दर्ज किए गए थे। पप्पू के ऊपर रासुका की कार्रवाई भी की गई थी, डेढ़ साल तक मोहर्रम अली पप्पू को जेल में रहना पड़ा था. हालांकि 2021 में इस मामले में दोनों समुदाय के लोगों के बीच में फैसला हो चुका है. मोहर्रम अली पप्पू अब जमानत पर रिहा है।
सपा के सिख नेता ने जताई हैरानी
सपा अल्पसंख्यक सभा के प्रदेश सचिव और सिख समाज से जुड़े अभिषेक अरोड़ा उर्फ टिंकू का कहना है कि मोहर्र्म अली पप्पू की सपा में एंट्री से वह हैरान हैं, जिसने भी ये एंट्री कराई गलत है, क्योंकि हर कोई जानता है कि मोहर्रम अली पप्पू पर सिख समुदाय के साथ साथ शहर में दंगा करवाने का भी आरोप है।
पुराने हैं अखिलेश से ताल्लुक
यह पहला फोटो नहीं है जो पप्पू की सपा में पैठ दिखाता जो, इससे पहले पहले 2014 में जब दंगा हुआ था, सपा के पूर्व मंत्री संजय गर्ग के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से उनके सरकारी आवास, पांच कालीदास मार्ग पर मुलाकात करते हुए का मोहर्रम अली पप्पू का फोटो वायरल हुआ था, तब अखिलेश यादव ने कहा था कि उनका पप्पू से कोई सरोकार नहीं है। वह उसे नहीं जानते।