महाराष्ट्र में चल रही राजनीतिक संकट के बीच अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक ने बड़ा बयान दिया है। महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर मोहन भागवत ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने बीजेपी और शिवसेना के बीच तनाव को लेकर कहा है कि आपस में लड़ने से दोनों को नुकसान होगा, लेकिन फिर भी लड़ना नहीं छोड़ते।
बता दें कि महाराष्ट्र में सरकार के गठन से पहले बीजेपी और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर मतभेद पैदा हो गए, जिसके बाद यहां राष्ट्रपति शासन भी लगा दिया गया है।
एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि हर आदमी अच्छा ही बनना चाहता है, लेकिन मनुष्य का अहंकार है, वो हर वस्तु पर अपना स्वामित्व चाहता है। वो किसी को भी कुछ नहीं देना चाहता। देता भी है तो कम से कम देता है। यह चातुर्य मनुष्य के पास ही है। उन्होंने कहा कि मनुष्य भगवान भी बन सकता है या वो राक्षस भी बन सकता है।