अमेरिकन गेरियाट्रिक सोसायटी के अनुसार, तीन तिहाई उम्रदराज लोगों को पैरों के अंगूठे में सूजन की समस्या रहती है। दरअसल कुछ लोग फुटवियर को लेकर ज्यादा सजग नहीं रहते और पुरानी चप्पलों को ही रगड़ते रहते हैं। जरूरी नहीं कि आप पांच नंबर की चप्पल पहनती आई हैं, तो चालीस की उम्र में भी वहीं नंबर आपको फिट आए। इसलिए फुटवियर लेते समय अपने पैर का नाप ले लें, ऐसा इसलिए क्योंकि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती हैं, पैर के नाप में भी फर्क पड़ता है।
उम्र के साथ आपके साथ कुछ चीजें और जुड़ जाती हैं, जिनमें डायबिटीज और गठिया रोग जैसी बीमारियां हैं, जोकि पैरों को प्रभावित करती हैं। डॉ. रॉलैंड आगे कहती हैं कि आप जितने स्वस्थ्य है और अपने पैरों की नियमित रूप से देखभाल करती हैं, आपको उतनी कम परेशानी होती है। इस बात का ध्यान रखें कि पैरों के हिसाब से जूते फिट हों। उनको पहने से अगर किसी भी प्रकार का दर्द है, तब पोडियाट्रिस्ट को दिखाएं और जब आपके पसंदीदा जूते पैरों को किसी भी प्रकार की परेशानी देने लगे, तब आप इन जूतों को बदल लें। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, साल में एक बार पैरों की जांच कराना ठीक रहेगा। इससे डॉक्टर डायबिटीज या पैरों में रक्त-संचार की परेशानी आदि की पहचान कर सकते हैं। इसके अलावा कॉर्न, त्वचा में दरार और नाखूनों में परेशानी होने लगती है।
-क्या आप जानती हैं
सिर्फ छोटे बच्चों के पैरों का ही साइज नहीं बदलता, बल्कि 20-30 की उम्र के बाद भी पैरों के साइज में थोड़ा बहुत बदलाव होता है।