सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में आए फैसले को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला। अखिलेश ने भाजपा सरकार पर इस मामले में ढीली पैरवी करने का आरोप लगाया। इस मामले में अखिलेश ने आरक्षण के मुद्दे पर भी सरकार को घेरा।
समाजवादी पार्टी के मुखिया आखिलेश यादव ने हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ की ओर से जारी किए गए फैसले के बाद भाजपा सरकार पर निशाना साधा। अखिलेश ने कहा कि 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में आया फैसला, आरक्षण की मूल भावना की विरोधी भाजपा सरकार की ढीली पैरवी का नतीजा है।
भाजपा दलित-पिछड़ों का हक़ मारने के लिए आरक्षण को विधायी माया जाल में फंसाती है। जातीय जनगणना ही इस समस्या का सही समाधान है जिससे कि जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण हो सके।
बता दें कि हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने सोमवार को सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया में आरक्षण कोटे का सही से अनुपालन ना किए जाने पर 1 जून 2020 को जारी सहायक अध्यापक के चयन से जुड़ी सूची को तीन माह में संशोधित करने का निर्देश दिया है।
कोर्ट ने इसके साथ ही भर्ती परीक्षा के क्रम में आरक्षित वर्ग के अतिरिक्त 6800 अभ्यर्थियों की 5 जनवरी 2022 को जारी हुई चयन सूची को भी खारिज कर दिया। इस चयन सूची को यह कहते हुए चुनौती दी गई थी कि इसे बिना किसी विज्ञापन के जारी किया गया था।