उत्तर प्रदेश की 11 सीट पर दस जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी गठबंधन के प्रत्याशी जयंत चौधरी आज विधान भवन में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में पूर्व केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्ब तथा जावेद अली पहले ही अपना नामांकन पत्र दाखिल कर चुके हैं। विधायकों के संख्या बल के हिसाब से समाजवादी पार्टी तीनों सीट पर जीत दर्ज कर सकती है। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा की 11 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया 24 मई से शुरू हो गई है। भाजपा ने भी रविवार को अपने छह प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है। अभी उसके दो प्रत्याशियों का नाम फाइनल होना बाकी है।
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद जयंत चौधरी आज दिन में विधान भवन में समाजवादी पार्टी गठबंधन के राज्यसभा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार जावेद अली और समाजवादी पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार कपिल सिब्बल अपना नामांकन पहले ही कर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में राष्ट्रीय लोकदल के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़े अखिलेश यादव ने गठबंधन धर्म निभाते हुए आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी को राज्यसभा चुनाव में गठबंधन का प्रत्याशी बनाया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जयंत चौधरी को प्रत्याशी घोषित कर बड़ा सियासी कदम उठाया है। अखिलेश यादव ने भविष्य की संभावनाओं को मजबूती देने केलिए यह फैसला लिया है।
राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी ने कहा कि उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से खुद को राज्यसभा भेजे जाने को नहीं कहा था। उनको उच्च सदन में भेजे जाने का चुनाव अखिलेश यादव ने खुद लिया और बड़ा दिल दिखाया है। लोकसभा चुनावों को लेकर उन्होंने कहा कि हम लोग लोकसभा का चुनाव भी साथ मिलकर लड़ेंगे। हम सांप्रदायिक ताकतों से मिलकर लड़ेंगे।
उत्तर प्रदेश में दस जून को राज्यसभा की कुल 11 सीटों पर चुनाव हो रहा है। इसमें विधायकों की संख्या बल के हिसाब से भाजपा को सात और सपा को तीन सीटें मिलना तय है, जबकि 11 वीं सीट के लिए दोनों दलों के बीच संघर्ष होगा।