यहां इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना हुई। आंदोलनकारी किसानों ने अमृतसर-जालंधर हाइवे पर जाम लगा रखा था। इस जाम में एक गंभीर मरीज को ले जा रही एंबुलेंस फंस गई। जाम लगा रहे किसानों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया और एंबुलेंस को जाने का रास्ता नहीं दिया इससे मरीज की मौत हाे गई।
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की अगुवाई में पिछले कई दिनों से एसडीएम कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे। किसान एसडीएम कार्यालय के पास धरना दे रहे थे। रविवार को उन्होंने वहां से धरना समाप्त कर दिया और अमृतसर-जालंधर हाइवे पर आकर जम गए।
इसी एंबुलेंस में मरीज को ले जाया जा रहा था।फ
जीटी रोड पर दिए गए धरने के करण एक तरफ की ट्रैफिक पूरी तरह जाम हो गई। जाम में एक एंबुलेंस भी फंस गई। मरीज को वक्त पर अस्पताल में न पहुंचा पाने के कारण रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने किसानों को सड़क पर जाम न लगाने से रोकने की काफी कोशिश की, लेकिन पुलिस इस में पूरी तरह असफल रही।
किसान मजदूर संगठनों ने ब्यास नेशनल हाईवे पर वन वे ट्रैफिक जाम कर दिया। किसान 22 मई से अपनी मांगों के साथ साथ एसडीएम कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। प्रशासन उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रहा था। इसी से नाराज प्रदर्शनकारियों ने अपना धरना दोपहर करीब 12 बजे एसडीएम कार्यालय से उठा कर जीटी रोड पर शिफ्ट कर दिया।
मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने किसानों का धरना समाप्त करवाने की काफी कोशिश की लेकिन वे इसमें असफल रहे। दूसरी ओर से इस प्रदर्शन की वजह से हाईवे पर जाम लग गया और लोगों को बड़ी परेशानी झेलनी पड़ी। इस जाम में एक एंबुलेंस भी फंस गई। एंबुलेंस में मरीज की हालत गंभीर थी, लेकिन जाम लगा रहे किसानों ने इसके लिए रास्ता नहीं दिया। इस कारण मरीज ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। इस घटना की जानकारी एंबुलेंस चालक ने एसएसपी (ग्रामीण) परमपल सिंह और डीसी कमलदीप सिंह को भी दी।