महिलाओं से जुड़े ऐसे तथ्य सामने आये हैं, जिनके बारे में लोग विपरीत ही सोचते हैं। सर्वेक्षण में निकले मुख्य बिंदुओं को हम आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं यौन इच्छाएं महिलाओं में ज्यादा आम तौर पर लोग सोचते हैं कि पुरुषों के अंदर यौन इच्छाएं ज्यादा होती हैं, बल्कि शोध के अनुसार महिलाएं इसमें आगे होती हैं। उम्र बढ़ाने के लिए शादी जरूरी शोध के अनुसार यदि आपको ज्यादा समय तक जीवित रहना है, तो शादी जरूर करें।
शादी के बाद नियमित रूप से यौन संबंध स्थापित करने की वजह से मन शांत रहता है और शारीरिक रूप से ज्यादा स्वस्थ्य रहते हैं, जिससे आयु बढ़ती है। यौन संबंध स्थपित करने से पहले शोध के अनुसार यौन संबंध स्थपित करने से पहले उस दौरान व उसके बाद तक अपने दिमाग पर कम से कम जोर डालना चाहिए। इसके लिये यदि आप एक ग्लास वाइन पियें तो बहतर होगा।
आकर्षक दिखने की चाहत सुंदर और आकर्षक दिखने की चाहत तो कमोबेश हर किसी में होती है, पर इसके लिए स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर गुजरता बेहद घातक साबित हो सकता है। जो कभी शादी नहीं करते जो स्त्री या पुरुष कभी शादी नहीं करते, उनकी कैंसर से मौत होने की संभावना ज्यादा होती है। इन कैंसरों में फेफड़े, स्तन और प्रोस्टेट जैसे कुल तेरह तरह के सामान्य कैंसर शामिल हैं।
यौन रूप से सक्रिय यौन रूप से सक्रिय लोगों में से कम से कम 72 प्रतिशत लोगों ने नये साथी के साथ बिना किसी सुरक्षा के यौन संबंध स्थापित किये। मौत के बारे में सोच मौत के बारे में सोचने वाले पुरुष अपनी मौत से पहले अधिक से अधिक बच्चे पैदा करने की चाहत रखते हैं। गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने वाली महिलाओं के मूत्र से निकलने वाले ‘ओस्ट्रोजेन’ खाद्य श्रृंखला और पेयजल को संदूषित कर सकते हैं। यह हार्मोन कुछ खास तरह के कैंसर का पोषण कर सकता है।
सबसे ज्यादा सेवन दुनिया भर में गर्भनिरोधक गोलियों का सबसे ज्यादा सेवन 15 से 25 साल की उम्र के बीच की लड़कियां करती हैं। क्योंकि इस उम्र में असुरक्षित यौन संबंध ज्यादा होते हैं। पति-पत्नी के बीच प्रेम संबंध पति-पत्नी के बीच प्रेम संबंध बनाये रखने के लिये दोनों के बीच नियमित रूप से यौन संबंध स्थापित होना बेहद जरूरी होते हैं। इससे दोनों के बीच अच्छी रिलेशनशिप स्थापित होती है। यौन संबंधी समस्या पति-पत्नी में से किसी को भी यदि यौन संबंधी समस्या होती है, तो पत्नी तुरंत पति को बताती है, जबकि पति ऐसी बातों को छिपा जाते हैं। इसके पीछे मर्दानगी का तम्गा सबसे बड़ा कारण है।
ज्यादा चिंता से ग्रसित कुंवारे लोग शादी-शुदा लोगों की तुलना में ज्यादा चिंता से ग्रसित रहते हैं और जल्दी बीमार पड़ते हैं। नियमित यौन संबंध नियमित यौन संबंध स्थापित करने से हृदय रोग, हाईपर टेंशन, मधुमेह, आदि जैसे रोग जल्दी नहीं लगते हैं। सेक्सुअल रिलेशनशिप आम तौर पर सेक्स को लोग गलत निगाह से देखते हैं, जबकि वयस्कों के लिये सेक्सुअल रिलेशनशिप बेहद जरूरी और स्वस्थ्य माध्यम है अपने संबंधों को प्रगाढ़ बनाने का। महिलाओं की मुश्किल महिलाएं यौन क्रिया के दौरान बड़ी मुश्किल से अपनी चरम सीमा तक पहुंचती हैं, जबकि पुरुष बहुत जल्द। गर्भनिरोधकों की जरूरत अंतरराष्ट्रीय सर्वेक्षण में शामिल कम से कम 40 फीसद युवाओं ने कहा कि जब उन्हें गर्भनिरोधकों की जरूरत होती है तो उन्हें इन्हें प्राप्त करने में परेशानी होती है।
कंडोम के प्रति भांति आमतौर पर लोग यौन संबंधों की चरम सीमा तक पहुंचने से पहले कंडोम का प्रयोग नहीं करते हैं, वे तभी कंडोम लगाते हैं, जब ऑरगैज़्म तक जाना होता है। उन्हें लगता है कि ऐसे लड़की गर्भवती नहीं होगी, जबकि ऐसा नहीं है। आमतौर पर स्खलित होने से पहले जो पानी जैसा पदार्थ आता है, उसमें भी कुछ शुक्राणु आ जाते हैं, जिनके अंडाशय तक पहुंचने की संभावना उतनी ही प्रबल होती है, जितनी की बाद के। लिंग का टेढ़ा पन आम तौर पर जब किसी का लिंग टेढ़ा हो जाता है, तो उन्हें लगता है कि वो किसी विकार से ग्रसित हैं, जबकि विकार की स्थिति तभी उत्पन्न होती है, जब टेढ़ा होने के साथ-साथ उसमें दर्द या सूजन हो।
लिंग में फ्रैक्चर लोग सोचते हैं कि लिंग में हड्डी नहीं होती, इसलिये फ्रैक्चर हो ही नहीं सकता, बल्कि यह धारणा पूरी तरह गलत है। तनाव के वक्त अगर लिंग को जोर से मोड़ दें, तो उसकी मांसपेशियों के टूटने का खतरा हमेशा होता है। यह फ्रैक्चर ऐसा होता है, जिसका फिर से पूरी तरह ठीक होना संभव नहीं। मैथुन से जुड़ी भ्रांति लोगों में एक भ्रांति होती है कि मैथुन करने से नपुंसकता आती है और आगे चलकर बच्चे पैदा करने में वो इंसानर अक्षम हो जाता है।
जबकि ऐसा कुछ नहीं है। वैज्ञानिकों के अनुसार मैथुन मानसिक शांति प्रदान करता है। यह स्वास्थ्य के लिये तभी हानिकारक होता है, जब जरूरत से ज्यादा किया जाये। जरूरत से ज्यादा मैथुन करने से ही लिंग में टेढ़ापन आता है। महिलाएं भी करती हैं मैथुन यह बात बहुत लोगों को नहीं पता होती है, कि महिलाएं भी मैथुन करती हैं। हालांकि ऐसी महिलाओं की संख्या आम तौर पर कम होती है। क्या होता है सिगरेट, शराब, तनाव से सिगरेट, शराब, आदि के अधिक सेवन व जरूरत से ज्यादा तनाव लेने से पुरुषों के स्पर्म काउंट कम होने की आशंका बनी रहती है।
यदि स्पर्म काउंट कम हुआ बच्चा पैदा करने में कठिनाई होती है। भले ही लिंग में कड़ापन आता है। जब माहौल सुरक्षित होता जब माहौल सुरक्षित होता है, खाने-पीने की दिक्कत नहीं होती और परिस्थितियां अनुकूल होती हैं, तो पुरुष अपने बच्चों और पत्नी के साथ खुश रहते हैं।
हालात खराब होने पर पुरुष अल्पकालीन तरीके अपनाते हैं और अधिक संभोग करते हैं। आलिंगनबद्ध होकर सोना सर्वे के अनुसार 22 प्रतिशत पुरुष पूरी रात आलिंगनबद्ध होकर सोना चाहते हैं, जबकि ऐसा चाहने वाली महिलाओं की संख्या 18 प्रतिशत है। कच्ची उम्र में कच्ची उम्र में लापरवाही से सेक्स करने के कारण महिलाओं में सर्विकल कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। दुबला-पतला दिखना दुबला-पतला दिखना उनके लिए खतरनाक हो सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि बच्चे के लिए योजना बना रही महिलाओं के लिए मोटे होने से अधिक खतरनाक पतला होना है। विपरीत परिस्थितियों के दौरान विपरीत परिस्थितियों के दौरान पुरुष में अधिक शारीरिक संबंध बनाने की प्रवृति देखने को मिलती है।
पूर्व योजना के गर्भधारण 36 फीसद लोगों ने कहा कि उन्हें एक ऐसे नजदीकी मित्र अथवा परिवार के सदस्य के बारे में जानकारी है, जिसे बिना पूर्व योजना के गर्भधारण हो गया। अनियोजित गर्भधारण अनियोजित गर्भधारण और यौन संचारित संक्रमणों पर केंद्रित सर्वे के अनुसार करीब एक-तिहाई लोगों को मित्रों से गर्भनिरोधकों के बारे में गलत सूचना मिली। कंडोम का इस्तेमाल ऐक्शन एड के सर्वे के एक सर्वे के अनुसार ग्रामीण इलाकों में व निचले तबकों में 80 फीसदी पुरुष कंडोम का इस्तेमाल नहीं करते हैं। निगाहें सीधे उनके स्तनों पर सर्वे के अनुसार सामने अगर अगर महिला खड़ी है, और उसकी ओर देख नहीं रही है, तो 83 फीसदी पुरुषों की निगाहें सीधे उनके स्तनों पर पड़ती है।
पुरुष महिला के पीछे है, तो उसकी पहली निगाह उसके हिप्स की ओर जाती है। पुरुषों को गले लगना अध्ययन में पता चला है कि पुरुषों को गले लगना ज्यादा पसंद आता है, जबकि तीन में से एक महिला खुद को इस अवस्था में सहज महसूस नहीं करती और पुरुष साथी की नाराजगी के डर से दबाव में ऐसा करती है। सोने के लिए सोने के लिए जाने से पहले 55 प्रतिशत महिलाएं अपने पुरुष साथी को आलिंगन की इजाजत देती हैं। बिस्तर पर आलिंगनबद्ध 45 प्रतिशत महिलाएं स्वीकार करती हैं कि उन्हें बिस्तर पर आलिंगनबद्ध होना पसंद नहीं है और वे अच्छी नींद लेना चाहती हैं।
बिस्तर पर अपने साथी के साथ पांच में से एक महिला का कहना है कि वह बिस्तर पर अपने साथी के साथ लंबे समय तक शारीरिक संपर्क में नहीं रहना चाहती। क्योंकि वो असहज महसूस करती हैं। इंटरनेट इस्तेमाल करने वाली महिला इंटरनेट इस्तेमाल करने वाली महिलाओं में 10 फीसदी का कहना है कि वह बिस्तर पर अपने साथी के साथ आलिंगनबद्ध होने की बजाए फेसबुक देखना पसंद करती हैं। केवल दो बार सर्वे के अनुसार एक-तिहाई महिलाएं सप्ताह भर में केवल दो बार ही यौन संबंध स्थापित करती हैं।
झगड़े की स्थिति करीब 36 प्रतिशत पुरुष कहते हैं कि रात के समय आलिंगन न होने से शयनकक्ष में तनाव या झगड़े की स्थिति होती है। तीव्र दर्द महसूस हुआ एक तिहाई महिलाओं का कहना है कि पहली बार संभोग करने पर उन्हें गुप्तांगों में तीव्र दर्द महसूस हुआ। पुरुषों का कहना 62 फीसदी पुरुषों का कहना है कि मैथुन के बाद संभोग करने से उनके लिंग में दर्द होता है, जिस वजह से उनका मजा खराब हो जाता है। कंडोम का प्रयोग सर्वे के अनुसार 14 से 17 वर्ष की आयु के बीच यौन संबंध स्थापित करने वाले 75 फीसदी लोगों ने कहा कि उन्होंने कंडोम का प्रयोग न के बराबर किया।
कंडोम का इस्तेमाल पसंद नहीं 79 फीसदी पुरुष कहते हैं कि उन्हें कंडोम का इस्तेमाल करना पसंद नहीं, लेकिन पार्टनर के गर्भवती होने व यौन संक्रमण से बचने के लिये वो मजबूरन प्रयोग करते हैं। कंडोम पसंद नहीं 73 फीसदी महिलाएं कंडोम का प्रयोग पसंद नहीं करती हैं। मैथुन करना पसंद 45 से ज्यादा उम्र के पुरुषों के बीच किये गये सर्वेक्षण के अनुसार 23 फीसदी पुरुष इस उम्र में भी हस्त मैथुन करना पसंद करते हैं।
असहज महसूस करती हैं सर्वेक्षण के अनुसार 63 फीसदी महिलाएं सार्वजनिक स्थान पर कंडोम या अन्य गर्भनिरोधक से जुड़े सवाल पर असहज महसूस करती हैं। सैनिटरी पैड सर्वे के अनुसार 43 फीसदी लड़कियां सैनिटरी पैड खरीदने में झिझकती हैं। ऐसी लड़कियां उसी दुकान से पैड खरीदना पसंद करती हैं, काउंटर पर महिला हो। कंडोम खरीदते वक्त 87 फीसदी पुरुष मेडिकल स्टोर या अन्य दुकान पर कंडोम खरीदते वक्त कतई नहीं झिझकते हैं। शादी-शुदा मर्दों के साथ 11 फीसदी महिलाएं जो शादी के पहले यौन संबंध स्थापित कर चुकी थीं, उनके अंदर उस दौरान शादी-शुदा मर्दों के साथ सोने की इच्छा होती थी।
50 साल की उम्र के ऊपर 50 साल की उम्र के ऊपर के पुरुष कंडोम का इस्तेमाल सबसे कम करते हैं। यह एक चिंता का विषय है। अन्य स्त्री अथवा पुरुष सर्वेक्षण के अनुसार 89 फीसदी पुरुषों ने और 68 फीसदी महिलाओं ने यह स्वीकार किया कि अपने लाइफपार्टनर के साथ यौन संबंध स्थापित करते वक्त अकसर वे किसी अन्य स्त्री अथवा पुरुष के बारे में सोचते हैं।