अपराधियों पर पुलिस का कोई दबाव नहीं है, जिससे आए दिन हत्या व लूट की घटनाएं हो रही है। पुलिस सिर्फ गरीब जनता को परेशान कर रही है, जिसे किसी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। पुलिस के ऊपर यह आरोप प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी भाजपा के चायल से विधायक संजय गुप्त ने लगाया है। सिविल लाइंस थाना के ट्रेनी दारोगा द्वारा खुद की गाड़ी सीज करने से खिन्न विधायक संजय मंगलवार को इलाहाबाद न्यूज रिपोर्टर्स क्लब में पत्रकारों से मुखातिब थे। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई को गैरकानूनी बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ कोई शिकायत नहीं है, न उनकी गाड़ी से कोई दुर्घटना हुई।
कहा कि रही बात भतीजे द्वारा अभद्रता करने की तो यह आरोप भी बेबुनियाद है। घटना की रिकार्डिग उनके पास है, और अगर मान भी लिया जाए कि भतीजे ने अभद्रता की है तो उनके खिलाफ कार्रवाई करते गाड़ी क्रेन से थाना ले जाकर सीज क्यूं किया? उन्होंने कहा कि पुलिस का कहना है कि गाड़ी का कागज नहीं था। जबकि सच्चाई यह है कि गाड़ी का कागज उसके अंदर रखा है। बोले, पुलिस ने उन्हें बदनाम करने के लिए अपराधियों के साथ मिलकर यह कार्रवाई की है। बताया कि फन गांव वाटर पार्क ड्रगिस्ट व अपराधियों का अड्डा बना है। मैंने उसकी शिकायत डीजीपी से की, जिनके निर्देश पर वहां न चाहते हुए भी पुलिस को छापामारी करनी पड़ी। वाटर पार्क का संचालक सिविल लाइंस पुलिस से मिला है, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई। कहा कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों से निलंबित दारोगा के खिलाफ 24 घंटे के अंदर मुकदमा लिखने की मांग की है, क्योंकि उनसे गैरकानूनी काम किया है।