वेडिंग सीजन में सोने की मांग बढ़ जाती है जिसकी वजह से इनकी कीमतों में तेजी आती है। लेकिन अभी चल रहे वेडिंग सीजन के बीच सोने की कीमतों में नरमी देखने को मिली है। ऐसे में सवाल आता है कि सोने की कीमतों में किस वजह से गिरावट आ रही है। आइए इस आर्टिकल में इसका जवाब जानते हैं।
वेडिंग सीजन (Weddig Season) में सोने की डिमांड में तेजी आती है। ऐसे में इनके भाव भी बढ़ जाते हैं। लेकिन, इस साल इसका उल्टा हो रहा है। पिछले चार दिनों में सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रहा है। शेयर बाजार (Share Market) में जब भी गिरावट आती है तो सोने की कीमतों (Gold Price) में तेजी आती है। लेकिन, अभी शेयर बाजार में गिरावट के साथ सोने की कीमतों में भी गिरावट आई है। पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों में सर्राफा बाजार के साथ ग्लोबल मार्केट में नरमी देखने को मिली है।
क्या है सोने की कीमत (Gold Price)
पिछले चार सत्रों से सोने की कीमतों में गिरावट आ रही है। 24 कैरेट गोल्ड जिसे 99.9 फीसदी शुद्ध माना जाता है वह 77,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। वहीं 22 कैरेट गोल्ड 76,650 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है। सोने के साथ चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई है। चांदी 2,310 रुपये की गिरावट के साथ 90,190 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है।
शेयर बाजार के साथ सोना और चांदी (Silver Price) में आई गिरावट के कारण अब निवेशक भी चिंता में है। दरअसल, कुछ समय पहले माना जाता था कि शेयर बाजार में जब गिरावट आती है तो सोने की कीमतों में तेजी आती है। ऐसे में निवेशक बाजार से निकासी करके गोल्ड में निवेश करते थे। लेकिन , अब सोने की कीमतों में गिरावट ने निवेशकों को असंजस में डाल दिया है। हम आपको बताएंगे कि आखिर सोने की कीमतों में गिरावट क्यों आ रही है।
मजबूत हो रहा अमेरिकी डॉलर
मार्केट एक्सपर्ट के अनुसार अमेरिकी चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) की जीत के बाद अमेरिकी मुद्रा डॉलर (US Dollar) मजबूत हो रहा है। डॉलर इंडेक्स साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। आपको बता दें कि जब भी डॉलर मजबूत होता है तो कीमती धातु जैसे सोने (Gold) और चांदी (Silver) निवेशकों के लिए कम आकर्षक हो जाती है। इस स्थिति में बहुमूल्य धातुओं की डिमांड कम हो जाती है, जिस वजह से उनकी कीमतों में नरमी आती है।
ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद
फेड (Fedral Reserve) ने इस महीने ही दूसरी बार ब्याज दरों (Fed Rate Cut) में कटौती की थी। यह कटौती आगे भी जारी रह सकता है। एलकेपी सिक्योरिटीज के विश्लेषक जतिन त्रिवेदी के अनुसार अगर अमेरिका में महंगाई दर 2 फीसदी के करीब रहती है तो ब्याज दर में कटौती हो सकती है। ब्याज दर में कटौती होने की उम्मीद से सोने की कीमतों पर दबाव आता है। ऐसे में सोने में निवेश बढ़ता है लेकिन कीमत घट जाती है।
ग्लोबल मार्केट का असर
वैश्विक स्तर पर हो रहा कारोबार का सीधा असर सोने की कीमतों पर पड़ती है। ग्लोबल मार्केट में अभी सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रहा है। कॉमेक्स में सोना वायदा कारोबार में 1.13 फीसदी गिरकर 2,557.40 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। यह दो महीने का निचला स्तर है। वहीं, चांदी की बात करें तो यह भी वायदा कारोबार में 2.57 फीसदी टूटकर 29.88 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।
अब क्या करें निवेशक?
शेयर बाजार के साथ सोने-चांदी की कीमतों में नरमी आने के बाद निवेशक के मन में सवाल है कि उन्हें क्या करना चाहिए। इस स्थिति में एक्सपर्ट का मानना है कि निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्हें बाजार के रुख को समझना चाहिए। इस स्थिति में निवेशक को सोच-समझकर निवेश करना चाहिए।