शेखपुरा जिले के बरबीघा प्रखंड अंतर्गत जयरामपुर थाने पर शनिवार की सुबह ग्रामीणों ने हमला कर दिया। एक युवक को अगवा करने के आरोपित को अपने कब्जे में लेने के लिए पहुंचे लोगों ने पत्थरबाजी करने हुए पुलिस की गाड़ी तोड़ दी। जवाब में उग्र लोगों को शांत कराने के लिए पुलिस को भी आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान हंगामा कर रहे कई लोगों के घायल होने की सूचना है।
दोस्त के साथ तीन दिन पहले निकला था
मिली जानकारी के अनुसार गांव के ही रंजन कुमार को तीन दिन पहले उसका दोस्त संतोष कुमार लेकर गया था। जिसके बाद संतोष तो लौटा पर रंजन का कुछ पता नहीं चला। दो दिन तक खोजबीन के बाद जब रंजन का पता नहीं चला तो स्वजनों ने संतोष के खिलाफ थाने में एफआइआर दर्ज करा दी।
हिरासत में लेकर थाने में किया बंद
इस पर पुलिस ने संतोष को हिरासत में लेकर थाने में बंद कर दिया। इधर, शनिवार को रंजन के न लौटने पर स्वजन और ग्रामीण उग्र हो गए। सभी जयरामपुर थाने पहुंचकर हंगामा करने लगे। संतोष को रंजन की जानकारी होने की बाद कहकर ग्रामीण पुलिस से संतोष को अपने कब्जे में लेने की बात करने लगे।
सरकारी वाहन को किया क्षतिग्रस्त
जब पुलिस ने आरोपित को ग्रामीणों के सौंपने से मना किया तो लोग उग्र हो गए। थाने पर पथराव करने लगे। अनुमंडल अधिकारी के वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। लोगों को शांत कराने के लिए पुलिस ने भी लाठी चार्ज किया। फिर भी हंगामा कर रहे ग्रामीण नहीं माने तो आंसू गैस के गोले छोड़े गए। इससे थाना परिसर के बाहर भगदड़ मच गई। कई लोग घायल हो गए।