जोगीवाला चौक चौड़ीकरण की कार्रवाई शुरू हो गई है। एनएच खंड डोईवाला ने प्रशासन और पुलिस के सहयोग से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। मौके पर जेसीबी ने दुकानों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी है। ट्रैफिक को भी डायवर्ट कर दिया गया है। वाहनों को कारगी से दुधली की तरफ भेजा जा रहा है। वहीं रायपुर और थानो मार्ग पर भी ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। चेतावनी के बाद कुछ दुकानदारों ने सामान शिफ्ट कर खुद अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया है। वहीं कुछ दुकानदार विरोध में मौके पर एकत्र हो गए हैं।
जोगीवाला चौक पर अतिक्रमण के चलते जाम की समस्या बढ़ती जा रही है। एनएच खंड डोईवाला ने इस चौक के चौड़ीकरण की कवायद शुरू की है, लेकिन अतिक्रमण यहां बाधा बन रहा है। एनएच ने यहां 40 अतिक्रमण चिह्नित किए हैं। एक साल पहले अतिक्रमण पर लाल निशान भी लगाए, लेकिन काबिज लोगों ने अतिक्रमण नहीं हटाया। व्यापारियों की मांग पर बीते बुधवार को राजस्व विभाग की टीम ने अतिक्रमण की फिर से पैमाइश की, जिसमें 38 अतिक्रमण पाए गए। शुक्रवार को एचएच के ईई प्रवीण कुमार के नेतृत्व में टीम जोगीवाला पहुंची। ईई ने बताया कि अतिक्रमण पर काबिज सभी लोगों को अंतिम चेतावनी दी गई है। कुछ व्यापारी सामान शिफ्ट कर खुद अतिक्रमण हटाने भी लगे हैं, जो नहीं हटाएंगे, उनका अतिक्रमण शनिवार को प्रशासन और पुलिस के सहयोग से जेसीबी से हटाया जाएगा। इसमें जो क्षति होगी, उसके लिए वह खुद जिम्मेदार रहेंगे।
बताया कि जो लोग खुद की जमीन बताकर मुआवजे की मांग कर रहे हैं, ऐसे लोगों की जमीन को यदि राजस्व विभाग यह सत्यापित करके देता है कि जमीन वास्तव में उनकी है, तो उनको नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। उधर, एडीएम (प्रशासन) डॉ. एसके बरनवाल ने जोगीवाला चौक पर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं। एनएच के अधिकारियों ने बताया कि 10 दिन पहले सार्वजनिक सूचना प्रकाशित कर सभी को 26 जनवरी तक अतिक्रमण हटाने का समय दिया गया था। जिस पर एडीएम ने एनएच के अधिकारियों को नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही जनमानस से अनुरोध किया कि अतिक्रमण हटाए जाने के दौरान वैकल्पिक रूट का प्रयोग करें। इस मौके पर नगर मजिस्ट्रेट कुश्म चैहान, पुलिस अधीक्षक नगर सरिता डोभाल, एनएच के ईई प्रवीन कुमार आदि मौजूद रहे।
व्यापारी बोले, मुआवजा मिलेगा तभी हटेंगे
देहरादून। जोगीवाला व्यापार मंडल के अध्यक्ष महेश यादव ने जबरन दुकानें हटाने की कार्रवाई का विरोध किया है। उनका है कि सभी दुकानें लोगों की अपनी जगह पर है, जिसकी उनके पास रजिस्ट्री भी है। ऐसे में व्यापारियों को जब तक मुआवजा नहीं दिया जाता है, तब तक दुकानें नहीं हटने दी जाएगी। इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।