बिहार के गया में किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार के आरोपियों को पकड़ने पहुंची पुलिस पर जानलेवा हमला किया गया। किशोरी के साथ हैवानियत करने के आरोपियों ने मौके पर पहुंचे थानेदार का पैर तोड़ दिया और कई पुलिसकर्मी बुरी तरह घायल हो गए। इतना ही नहीं इस वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी घटनास्थल से आसानी से भाग गए। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तलाश तेज कर दी है।
पीड़ित किशोरी के पिता का कहना है कि बालू घाट के ठेकेदार राहुल कुमार, न्यूटन, सुबोध और उनके दो मुनीम ने बच्ची के साथ गैंगरेप किया। उन्होंने बताया कि इन दरिंदों ने 4 घंटे तक बच्ची के साथ हैवानियत की।
स्थानीय पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
लड़की रात करीब 11 बजे जब लौटी तो परिजनों को इसके बारे में पता चला। जिसके बाद अतरी थाना पुलिस को सूचना दी गई। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
घटना से गुस्साए गांववाले इक्टठा हो गए जिसके बाद अतरी थानाध्यक्ष रंजन चौधरी ने हिसुआ थाने को घटना की जानकारी दी। क्योंकि घटनास्थल हिसुआ थाना क्षेत्र में था। लेकिन हिसुआ थानाध्यक्ष ने घटनास्थल पर पहुंचना जरूरी नहीं समझा।
पुलिस पर जानलेवा हमला
रात दो बजे जब थानाध्यक्ष ने आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी शुरू की तो सभी आरोपी लाठी-डंडा लेकर थानाध्यक्ष और सिपाहियों पर हमला बोल दिया। जिसमें एक सिपाही और थानाध्यक्ष का सर फट गया। लाठियों की मार से थानाध्यक्ष का पैर भी टूट गया। इस बीच एक सिपाही ने गोली चलाई और थानाध्यक्ष को बचाया।
पीड़िता के परिजन से लेना था बदला
पीड़ित लड़की के पिता ने बताया कि इस इलाके में बड़े पैमाने पर शराब का अवैध धंधा चलता है। इसमें एक गाड़ी का इस्तेमाल किया जाता है। इसी गाड़ी की सूचना थानाध्यक्ष को दी गई थी। इसी का बदला लेने के लिए बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया।