कैंसर एक गंभीर बीमारी है लेकिन ऐसा नहीं है कि इसका इलाज नामुमकिन है। समय रहते अगर इसके लक्षणों की पहचान कर ली जाए तो इससे निपटना आसान है। ये साइलेंट किलर नहीं है इसकी शुरुआत होने पर हमारे शरीर में कई तरह के लक्षण नजर आने लगते हैं जिस पर ध्यान देना जरूरी है। डॉक्टर से संपर्क करने में देरी न करें।
बहुत से लोग शरीर में होने वाली छोटी-छोटी परेशानियों को मामूली समझकर नजरअंदाज करते रहते हैं या फिर घरेलू नुस्खों से उसे ठीक करने की कोशिश करते रहते हैं, लेकिन यह सही तरीका नहीं है। कई बार ये छोटी-मोटी समस्याएं बड़ी प्रॉब्लम्स की ओर इशारा करती हैं, नजरअंदाज करने की गलती स्थिति को और गंभीर बना सकती है। वहीं कई बार लोग जानकारी के अभाव में या शर्म की वजह से अपनी समस्याओं को डॉक्टर से साझा नहीं करते हैं, जिससे बीमारी बढ़ जाती है, तो अगर आपके भी शरीर में नजर आएं ये लक्षण, तो तुरंत करें डॉक्टर से संपर्क क्योंकि कई बार ये खतरनाक कैंसर के भी लक्षण हो सकते हैं।
अचानक से वजन बढ़ना या कम होना
अगर बिना किसी कारण आपका वजन अचानक बढ़ रहा या एकदम से गिर रहा है, तो इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। क्योंकि यह कैंसर बीमारी का एक लक्षण हो सकता है।
एनीमिया या थकान
अगर आपको बिना किसी कारण के थकान का एहसास हो रहा है और शरीर में बिल्कुल एनर्जी नहीं फील होती, तो यह भी कैंसर का एक संकेत हो सकता है।
जोड़ों में दर्द
वैसे तो उम्र बढ़ने के साथ ये समस्या बहुत ही आम है, लेकिन अगर कम उम्र में ही आपके जोड़ों में दर्द शुरू हो गया है, तो डॉक्टर से संपर्क करने में देरी न करें क्योंकि इससे आगे चलकर चलना-फिरना तक दूभर हो सकता है।
लंबे समय तक खांसी
अगर आपको लंबे समय तक खांसी है, तो इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। कई बार यह कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
बार-बार पेट दर्द होना
अगर आपको बार-बार पेट दर्द हो रहा है और यह लंबे समय तक बना रहता है, तो इस पर भी ध्यान देना जरूरी है। कई प्रकार के कैंसर पेट दर्द का कारण बन सकते हैं।
नाक से खून आना
नाक से ब्लड आना भी कई बार कैंसर का संकेत हो सकता है। इस पर भी गौर करें।
बार बार कब्ज होना
बहुत ज्यादा तला-भुना, जंक फूड खाने से कब्ज होना नॉर्मल है, लेकिन अगर बेवजह यह समस्या आपको परेशान कर रही है, तो इसके लिए डॉक्टर के पास जाने में देरी न करें। क्योंकि ये कोलन कैंसर की लक्षण हो सकता है। समय रहते इसका पता लगा लिया जाए और उपचार शुरू हो जाए, तो मरीज के बचने की संभावना 90 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।
भूख न लगना या खाना कम खाना
बहुत से लोगों को भूख नहीं लगती है या वह खाना कम खाते हैं, तो इसे हल्के से नहीं लेना चाहिए, क्योंकि यह भी कई बार कैंसर का संकेत हो सकता है।
बहरहाल कैंसर को पहचानने के लिए जल्द से जल्द इलाज शुरू किया जाना बेहद महत्वपूर्ण है। ज्यादातर कैंसर जब पहचान में आते हैं, तब वे पहले से ज्यादा बढ़ चुके होते हैं, जिस वजह से उनका इलाज मुश्किल हो जाता है। इसलिए किसी भी समस्या को नजरअंदाज़ करने की गलती न करें। नियमित रूप से हेल्थ चेकअप सबसे बेसिक चीज़ है। इसकी बदौलत आप खुद से हेल्थ को मॉनिटर कर सकते हैं।