नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी के कत्ल के तार सीधे घर से जुड़ रहे हैं। मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के मुताबिक अब तक की तफ्तीश यही इशारा कर रही है कि कातिल घर का ही है। हालांकि पुलिस अब तक कई किश्तों में घंटों रोहित की पत्नी अपूर्वा, रोहित के भाई सिद्धार्थ और घर के नौकर और ड्राइवर से पूछताछ कर चुकी है। मगर कातिल का नाम उजागर करने से पहले वो कत्ल की सारी कड़ियों को जोड़ लेना चाहती है। उम्मीद की जानी चाहिए कि कातिल का चेहरा जल्दी ही सामने होगा। रोहित के बेडरूम के पास लगे CCTV खराब एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की घर। घर के अंदर कुल छह लोग। ना बाहर से कोई अंदर आया। ना घर से कोई बाहर गया। फिर भी छह में से एक का क़त्ल हो जाता है। घर के अंदर और बाहर कुल सात सीसीटीवी कैमरे। एक कैमरा घर के अंदर और बाहर की सारी तस्वीरें दिखा रहा है। मगर सात में से दो कैमरे खराब हैं। और ये वो दो कैमरे थे, जो रोहित शेखर के बेडरूम के दरवाजे तक झांकते थे. लेकिन कमाल देखिए कि वही दो कैमरे खराब मिले जो ये बता सकते थे कि वारदात वाली रात रोहित के बेडरूम में कौन गया और कौन नहीं।
घर के अंदर कातिल! रोहित रात करीब एक बजे अपने बेडरूम में चला गया था। मगर इसके बाद भी अगले दिन चार बजे तक नहीं उठा. यानी 24 घंटे से ज्यादा वो सोता रहा और घर के किसी शख्स को ये अजीब तक नहीं लगा बस यही वो बातें हैं, जिसने मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को ये यकीन दिला दिया है कि रोहित शेखर तिवारी का कातिल घर के बाहर नहीं बल्कि घर के ही अंदर है, पर सवाल है कि कौन? चार नौकरों से भी पूछताछ घर में उस रात ड्राइवर समेत चार नौकर भी थे। अब चूंकि बाहर से कोई घर के अंदर नहीं आया तो इन चारों की भूमिका भी शक से परे नहीं है। सीधे नहीं तो कत्ल में इनकी मदद की भूमिका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। लिहाज़ा नौकरों को भी अभी क्लीन चिट नहीं मिली है। सभी से लगातार पूछताछ की जा रही है। लेकिन मौत की गुत्थी सुलझना अभी बाकी है।
शक के घेरे में पत्नी और भाई तो शक के सबसे ऊंचे पायदान पर फिलहाल कोई और नहीं बल्कि रोहित शेखर की अपनी पत्नी अपूर्वा है. वही अपूर्वा है जिसकी शादी साल भर पहले ही रोहित से हुई और जो पेशे से वकील है। और ये वही अपूर्वा है, जो बकौल पुलिस रोहित के कमरे में उस रात जाने वाली आखिरी शख्स थी। शक के घेरे में दूसरे नंबर पर है रोहित का भाई सिद्धार्थ- सिद्धार्थ इसलिए क्योंकि पुलिस को लगता है कि करोड़ों की संपत्ति को लेकर भाई-भाई को रास्ते से हटा सकता है। मौत की साजिश साफ नहीं चूंकि अभी तक केस सुलझा नहीं है और कातिल पुख्ता तौर पर सामने भी नहीं आया। लिहाज़ा शक के घेरे से कोई भी बाहर नहीं है। यहां तक कि रोहित की मां उज्जवला भी, हालांकि ये बात साबित हो चुकी है कि रोहित के कत्ल के वक्त उज्जवला वहां नहीं थीं। वो कुछ घंटे पहले ही उस घर से निकल कर तिलक लेन के अपने दूसरे घर में जा चुकी थीं। मगर साज़िश के तार उन तक जाते हैं या नहीं, ये अभी साफ नही हैं।