वेल्थ क्रिएशन का मतलब मार्केट की टाइमिंग के बारे में कम और अनुशासन, धैर्य और प्रतिबद्धता के बारे में ज्यादा है। कॉम्प्लेस इंवेस्टमेंट इकोसिस्टम के जरिए निवेशकों की मदद करने के लिए PhonePe के वेल्थ मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म, Share.Market ने एक पॉडकास्ट सीरीज शुरू किया है, जिसका मकसद है निवेश करने के तरीकों को सरल बनाया जाए। इसके पहले एपिसोड में PhonePe ग्रुप की कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन हेड Priya Patankar ने कोटक म्यूचुअल फंड के मैनेजिंग डायरेक्टर Nilesh Shah के साथ बातचीत की।
उन्होंने वेल्थ क्रिएशन, SIP की जटिलताओं को समझने और सफल तरीके से निवेश करने के लिए जरूरी माइडसेट जैसे विषयों पर जानकारी साझा की। उनके विचार पूरे भारत में निवेशकों के लिए एक मार्गदर्शन बन सकता है, खासकर आज के समय में, जहां जानकारी तो बहुत है लेकिन क्लियरिटी कम है। वेल्थ क्रिएशन और SIP पर नीलेश शाह ने निवेशकों को क्या सलाह दी, देखें पूरा एपिसोड
SIP के बारे में गलतफहमियां
नीलेश शाह ने बताया कि कई निवेशक SIP को लेकर अभी भी गलतफहमियों में जी रहे हैं। उन्होंने इसे तीन मुख्य भागों में विभाजित किया:
SIP केवल इक्विटी तक सीमित नहीं हैं: सबसे बड़ी गलतफहमियों में से एक यह है कि SIP केवल इक्विटी के लिए ही है। जबकि ऐसा नहीं है, SIP डेट फंड, हाइब्रिड फंड, गोल्ड या सिल्वर फंड के लिए भी किए जा सकते हैं। बहुत से लोग अभी भी सोचते हैं कि SIP का मतलब इक्विटी निवेश है, लेकिन SIP एक ऐसा साधन है जिसका उपयोग निवेशक पूरे एसेट क्लास में निवेश करने के लिए करते हैं।
छोटी SIP: एक आम मिथ यह है कि SIP के लिए न्यूनतम 5000 रुपये का निवेश आवश्यक है। लेकिन आज, बाजार में ऐसे उत्पाद उपलब्ध हैं, जिनकी मदद से निवेशक 50 रुपये जितनी कम राशि से अपनी इक्विटी यात्रा की शुरुआत कर सकते हैं। एक उत्सुक निवेशक 250 रुपये प्रति माह की SIP से भी शुरुआत कर सकता है।
निवेशित रहें: मार्केट के गिरने के बावजूद SIP के माध्यम से निवेश जारी रखना महत्वपूर्ण है। SIP का फायदा उठाना है तो निवेशक इसे शुरू करने के बाद लॉन्ग-टर्म के लिए भूल जाए और कोई निर्णय न ले।