दक्षिण अफ्रीका से मिली जीत टीम इंडिया के लिए एतिहासिक है। इससे पहले विश्वकप क्रिकेट में इंग्लैंड की धरती पर पहले ही मैच में 1983 में जीत मिली थी।
इस विश्वकप में मजबूत माने जाने वाली वेस्ट इंडीज को हराकर भारतीय टीम विश्व विजेता भी बनी थी। ऐसे में टूर्नामेंट के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका को पहले लीग मुकाबले में छह विकेट हराकर टीम इंडिया ने ट्रॉफी की ओर कदम बढ़ा दिया है। भारतीय धुरंधर 1983 को प्रदर्शन को दोहरा पाते हैं या नहीं। इस चैंपियनशिप से पहले इंग्लैंड में चार बार विश्वकप क्रिकेट का आयोजन हो चुका है। जिसमें तीन में भारतीय टीम फाइनल तक नहीं पहुंच पाई है। इन तीनों टूर्नामेंट में भारत पहला मैच जीतने में नाकाम रहा था। वहीं 1983 विश्वकप के पहले मुकाबले में ही भारतीय टीम ने वेस्ट इंडीज को 34 रनों से हराया था। बुधवार को दक्षिण अफ्रीका के साथ हुए मैच में भी टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज की है।
इंग्लैंड में अब से पहले चार बार विश्वकप कप क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन हो चुका है। 1975, 1979, 1983 और 1999 में इंग्लैंड मेजबान बना। इस बार भी इंग्लैंड में यह टूर्नामेंट हो रहा है। इंग्लैंड में 1975 में हुए विशवकप में भारतीय टीम को अपने पहले मैच में 7 जून को इंग्लैंड के हाथों 202 रनों की करारी पराजय झेलनी पड़ी थी। वहीं 1979 में भारतीय टीम 9 जून को अपने पहले मैच में 9 विकेट से हार गई। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम एक मैच में भी जीतने में सफल नहीं रही। 1983 में इंग्लैंड में हुए तीसरे विश्वकप में भारतीय टीम ने अपना पहला मुकाबला खिताब की प्रबल दावेदार वेस्ट इंडीज को 34 रनों से हरा दिया। यह मुकाबला भी 9 जून को ही था। विश्वकप में भारत अपने पहले मुकाबले में पहली बार जीत दर्ज करने में कामयाब रहा और मजबूत वेस्ट इंडीज को हराकर खिताब पर भी कब्जा किया।
इंग्लैंड में 1999 में 15 मई को पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ने चार विकेट से हरा दिया। इस टूर्नामेंट में पहला मुकाबला हारने के बाद टीम सुपर सिक्स से ही बाहर हो गई। लिहाजा यह स्पष्ट है कि इंग्लैंड में हुए चार विश्वकप में भारत ने एक बार ही (1983 विश्वकप) अपना पहला मैच जीता और क्रिकेट का विश्व चैंपियन बना। वहीं इंग्लैंड में हुए तीन अन्य विश्वकप में पहला मुकाबला हारने के बाद टीम का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा।ऐसे में इस विश्वकप में अपना पहला मैच जीतकर भारत ने शानदार आगाज किया है। अपना पहला मुकाबला जीतने के बाद टीम इंडिया 1983 के प्रदर्शन को दोहराना चाहेगी। इस जीत का मनोवैज्ञानिक लाभ भी भारतीय टीम को मिलेगा। भारत ने 2011 में भी विश्वकप जीता था, यह टूर्नामेंट भारत श्रीलंका और बांग्लादेश में हुआ था। 1983 विश्वकप का पहला मुकाबला 9 जून को था। वहीं इस बार यह भारत का पहला मुकाबला 5 जून को खेला गया।
1999 की हार का बदला लिया- टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को पहले मैच में हराकर 1999 में विश्वकप की हार का बदला ले लिया। 1999 विश्वकप में दक्षिण अफ्रीका ने टीम इंडिया को इस मैच में 4 विकेट से मात दी थी। यह मुकाबला भी इंग्लैंड में ही हुआ था। 2011 विश्वकप में भी भारतीय टीम ने अपना पहला मुकाबला जीता था। इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को हराया था। इसमें भी भारतीय टीम विश्वविजेता बनी थी। वहीं 1996, 2003 और 2015 में भी टूनामेंट का पहला मैच अपने नाम किया, लेकिन फाइनल मैच नहीं जीत पाए।