बिहार की राजनीति में सियासी घमासान जारी है. जेडीयू संसदीय दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को महाठग बताया है और कहा है कि सरकार बनने पर सबकी पुरानी फाइलें खोली जाएंगी.
उन्होंने बिहार के बॉर्डर इलाकों में मदरसों के नाम पर बढ़ रहे आतंक पर निशाना साधते हुए कहा कि आतंकियों से संबंधित पुरानी फाइलों को खोला जाएगा. विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि प्रदेश की पुलिस हत्या, लूट और डकैती जैसे संगीन मामलों में कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है. उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में कमजोर और निर्दोष लोगों को परेशान किया जाता है, उन्हें जेल भेजा जाता है और दोषी को बचा लिया जाता है.
नीतीश पर अब लोगों को विश्वास नहीं- बीजेपी
उन्होंने नीतीश कुमार और तेजस्वी पर निशाना साधते हुए कहा कि एक कुर्सी पाने की कोशिश में लगे हैं तो दूसरे कुर्सी को बचाने के फेर में. विजय सिन्हा ने कहा कि जो व्यक्ति लोगों के विश्वास पर फेल हो चुका है उसका प्रधानमंत्री बनना दूर के सपने जैसा है. उन्होंने कहा कि जेडीयू की नाव डूबने वाली है. नीतीश कुमार अपने सभी भरोसेमंद साथियों को अलग करने में लगे हैं क्योंकि उन्हें जेडीयू का आरजेडी में विलय करना है.
बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय सिन्हा ने माता सीता की मंदिर निर्माण की मांग भी उठाई और कहा कि सीतामढ़ी की धरती अयोध्या से कम पावन नहीं है. यहां पर भी अयोध्या के तर्ज पर मंदिर का निर्माण होना चाहिए. उन्होंने इस मुद्दे को सदन में भी उठाने की बात कही. साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में डील नहीं होता है.