घर में सकारात्मक उर्जा के लिए सही वास्तु का बहुत महत्व है। कई बार जाने-अनजाने हम जूते-चप्पलों को घर में सही जगह न रखकर अच्छे वास्तु को भी खराब कर लेते हैं। घर या अन्य बाहर से आने वाले लोग अपने जूते-चप्पलों के साथ नकारात्मक ऊर्जा घर में लेकर न आएं, इसलिए मुख्य दरवाजे के बाहर जूते-चप्पलों की व्यवस्था को उचित माना गया है। लेकिन अगर आप भी घर में इन जगहों पर रखते हैं जूते-चप्पल तो कर रहे हैं बड़ी गलती!
जूते-चप्पल को पूजा घर में या रसोई घर की दीवार से सटाकर नहीं रखें। ऐसा करने से वास्तुदोष होता है। साथ ही घर के पूरब दिशा, उत्तर में जूते-चप्पल की रैक या अलमारी न रखें।
घर में सकारात्मक उर्जा के लिए सही वास्तु का बहुत महत्व है। शुभ उर्जा के लिए घर के नक्शे के साथ-साथ ये भी जरूरी हो जाता है कि आपने कौन सी चीज कहां रखी है। जूते-चप्पल भी इन्हीं में से एक हैं, जिसे अगर सही स्थान पर और सही तरीके से न रखा जाए तो घर का वास्तु खराब हो सकता है। यही कारण है कि इन्हें भी रखने के लिए कुछ खास नियम हैं जिसका पालन किया जाना चाहिए।
घर में किन जगहों पर रखें जूते-चप्पल
मुख्य दरवाजे के बाहर जूते-चप्पल को रखने की व्यवस्था को उचित माना गया है। हालांकि, ध्यान रखना चाहिए कि यह जगह एकदम मुख्य दरवाजे पर न हो और उससे कुछ दूरी पर हो। साथ ही जूते-चप्पल को ढक कर रखा जाना चाहिए। इसके मायने ये हुए आपने इन्हें रखने के लिए जो भी रैक आदि रखे हैं, वे ढके होने चाहिए या उनमें दरवाजे या स्लाइडिंग द्वार हो। ऐसा इसलिए मुख्य दरवाजा ही शुभ उर्जा सहित लक्ष्मी-गणेश के आगमन का रास्ता है। ऐसे में इस जगह को विशेष तौर पर ज्यादा साफ रखा जाना चाहिए।
पूजा घर में नहीं रखें जूते-चप्पल
जूते-चप्पल को पूजा घर में या रसोई घर की दीवार से सटाकर नहीं रखें। ऐसा करने से वास्तुदोष होता है। साथ ही घर के पूरब दिशा, उत्तर में जूते-चप्पल की रैक या अलमारी न रखें। अलमारी रखने के लिए उत्तर-पश्चिम दिशा और दक्षिण-पश्चिम दिशा सही है। घर में इन्हीं जगहों पर जूते-चप्पल की अलमारी या रैक बनाएं। जूते-चप्पल को घर में बिखरा कर नहीं रखें। इससे परिवार में आपसी संबंध खराब होते हैं और क्लेश की आशंका बनी रहती है।
अगर आपके पास रहने का एक कमरा है तो वहां भी पूरब या उत्तर दिशा में जूते-चप्पल की रैक नहीं रखें। साथ ही जिस अलमारी या रैक में जूते-चप्पल रखते हैं, उसी में ऊपर के खाने में या उस अलमारी पर पैसे-जेवर आदि नहीं रखे। इससे लक्ष्मी से नाराज होती हैं। यहीं नहीं, जिस बिस्तर पर आप शयन करते हैं उसके नीचे भी जूते-चप्पल का संग्रह नहीं रखें। इससे स्वास्थ्य खराब होता है।