वाराणसी के वीआइपी क्षेत्रों में से एक छावनी क्षेत्र स्थित जेएचवी मॉल में बुधवार को हुए गोलीकांड के बाद गुरुवार को मामला गरम है। इस गोलीकांड में मृत गोपी कन्नौजिया के परिजनों ने गुरुवार की सुबह हुकुलगंज में शव रखकर विरोध-प्रर्दशव शुरू कर दिया। परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और मुवावजे की मांग की। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर लोगों को समझाने की कोशिश की।
घटना के विरोध में हुकूलगंज में स्थानीय लोगों ने पांडेयपुर-चौका घाट मार्ग को विरोध करते हुए जाम कर दिया। हालांकि दोपहर तक पुलिस और प्रशासनकि अधिकारियों ने लोगों को समझा बुझा कर जाम खत्म कराया। इधर, जेएचवी मॉल में बुधवार की शाम को हुए अंधाधुध फायरिंग के बाद वाराणसी पुलिस हमलावरों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
वाराणसी एसएसपी द्वारा फरार अपराधियों पर 25- 25 हजार रुपये का इनाम राशि घोषित किया है। फरार बदमाश विद्यापीठ के छात्र आलोक उपाध्याय सहित रोहित सिंह, ऋषभ सिंह विसू, कुंदन सिंह नामजद हैं। फरार बदमाशों के गिरफ्तारी के लिए जिलों के विभिन्न थानों से कई टीमें तथा क्राइम ब्रांच की टीमें लगाई गयी हैं।
इसके साथ ही जेएचवी मॉल में लगी सुरक्षा एजेन्सी के लाइसेंस पर तलवार लटक गई है। बता दें कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से अतिसंवेदनशील वाराणसी के छावनी क्षेत्र स्थित जेएचवी मॉल में बुधवार शाम लगभग साढ़े तीन बजे नशे में धुत तीन युवकों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। घटना में गोपी कन्नौजिया (25) और सुनील (42) की मौत हो गई।
फायरिंग में चंदन शर्मा (31) और विशाल सिंह (26) घायल हैं। मामले में काशी विद्यापीठ के चंदौली जिले के समुदपुर निवासी छात्र आलोक उपाध्याय और दो अज्ञात पर कैंट थाने में प्यूमा कंपनी के मैनेजर हर्षित तिवारी की तहरीर पर हत्या, हत्या का प्रयास और एससी/एसटी एक्ट का मुकदमा दर्ज किया गया है। अंधाधुंध फायरिंग होने से मॉल में भगदड़ मच गई थी।
प्रेम प्रसंग में वारदात, इंस्पेक्टर व चौकी प्रभारी लाइन हाजिर
एसएसपी ने इंस्पेक्टर कैंट राजीव रंजन उपाध्याय और नदेसर चौकी प्रभारी प्रदीप यादव को लाइन हाजिर कर दिया है। पुलिस के अनुसार वारदात की वजह आलोक की प्रेमिका से प्यूमा शोरूम के कर्मचारी प्रशांत अग्रहरि द्वारा बदसलूकी और इसके कारण उसके नौकरी छोड़ने के साथ ही कपड़ा खरीदने में मनमाफिक छूट न देना है।
मॉल में अंधाधुंध फायरिंग के बाद भूतल स्थित ब्रांडेड कपड़ों और जूतों के शोरूम के भीतर और बाहर चौतरफा खून गिरा हुआ था। भागने के दौरान कई लोगों की चप्पलें और सैंडल भी छूट गए। खून और बिखरे चप्पल-सैंडल वारदात की भयावहता को दर्शा रहे थे। जेएचवी मॉल में मौजूद विदेशी सैलानी कुछ समझ हीं नहीं पाए और जहां के तहां खड़े हो गए। भगदड़ और अफरातफरी के माहौल के बीच कई विदेशी सैलानी रोने लगे तो स्थानीय लोगों ने उन्हें बाहर निकाला।
मॉल के इर्दगिर्द के एक से डेढ़ किलोमीटर के दायरे में एसएसपी और डीएम के अलावा अन्य आला अफसर रहते हैं। मॉल के आसपास ही कई तारांकित होटल भी हैं। इस वजह से मॉल में विदेशी सैलानियों की खासी भीड़ रहती है। मॉल में भगदड़ मची तो सामने की सड़क से गुजर रहे विदेशी सैलानियों की एक बस फंस गई। बस में मौजूद सैलानी भयभीत दिखे और चालक से अनुरोध करने लगे कि जल्दी आगे निकले।
सीएम योगी ने ली जानकारी, सोशल मीडिया पर वारदात वायरल
जेएचवी मॉल में फायरिंग कर की गई दो लोगों की हत्या के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडीजी जोन से घटना की जानकारी ली। साथ ही, वारदात का जल्द खुलासा करने का निर्देश दिया। उधर, दो लोगों की हत्या सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हुई। शहर भर में व्हाट्स ऐप्प पर लोग एक-दूसरे को घटना से जुड़े फोटो भेजते रहे। इसके साथ ही ट्विटर और फेसबुक यूजर्स ने घटना की भयावहता को लेकर कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े किए।
इन सवालों का कौन देगा जवाब
जेएचवी मॉल के बाहर, इंट्री और एक्जिट गेट पर महिला-पुरुष सिक्योरिटी गार्ड मेटल डिटेक्टर के साथ ही मॉल में आने-जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की मैनुअल तलाशी भी लेते हैं। बावजूद इसके नशे में धुत तीन युवकों के दो अवैध पिस्टल लेकर मॉल के भीतर प्रवेश करने पर सवाल उठ रहे हैं। सभी का कहना था कि मॉल प्रबंधन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरती गई है।
हत्या के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने मॉल के सिक्योरिटी अफसर और गार्ड्स से पूछताछ की। इसके बाद इंट्री और एक्जिट गेट पर तैनात तीन पुरुष और दो महिला गार्ड्स के साथ ही सिक्योरिटी अफसर को पूछताछ के लिए पुलिस कैंट थाने ले गई। थाने पर सभी एक-दूसरे को दोषी ठहराते रहे।
एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि मॉल के सीसी कैमरे की फुटेज खंगाली जा रही है। वारदात में मॉल के सुरक्षा प्रबंधन की चूक देखी जा रही है और पूछताछ की जा रही है। मॉल के सुरक्षा प्रबंधन पर भी जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।