संसद में असंसदीय शब्द के इस्तेमाल के आरोपों में घिरी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा ने अब अपने बयान पर सफाई दी है. टीएमसी सांसद ने कहा कि अपनी समझ के अनुसार मैंने संसद में अपशब्द का प्रयोग नहीं किया और जिस शब्द का इस्तेमाल किया उसका अर्थ ‘पापी’ होता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लोकसभा सांसद ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘मैं एक हिंदी भाषी नहीं हूं. अगर उन्हें अपनी हिंदी में कुछ और अर्थ लगता है तो यह मेरी समस्या नहीं है.‘ उन्होंने कहा, ‘मैं सही या गलत नहीं कह रही हूं. लेकिन मुझे परवाह नहीं है. अगर आप मुझे हीरोइन बनाना चाहते हैं, तो गुड लक आपको. मुझे परवाह नहीं है.’
‘कोई इसे कुछ और मानता है, तो यह मेरी समस्या नहीं’
टीएमसी सांसद ने कहा, ‘गाली क्या है? हराम शब्द का अर्थ कुछ पापपूर्ण या निषिद्ध है और मैंने जो कहा उसका शाब्दिक अनुवाद पापी है, इस शब्द की अरबी जड़ों के बारे मेरी समझ के अनुसार. अब अगर कोई इसे कुछ और मानता है, तो यह मेरी समस्या नहीं है. पहले, जब मैं बोल रही थी तो इस व्यक्ति ने मुझे लगातार टोका. दूसरा, मेरा भाषण समाप्त हो गया और राम नायडू बोल रहे थे और फिर भी, वह आदमी चुप नहीं हुआ. इसलिए मैंने उसे नाम दिया क्योंकि वह जो कर रहा था वह वर्जित है.’
विवादों में महुआ मोइत्रा
बता दें महुआ मोइत्रा की मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना भाषण समाप्त करने के बाद लोकसभा में अपशब्द का प्रयोग करने पर आलोचना हो रही है. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दिल्ली के एक बीजेपी सांसद के लिए सदन के पटल पर इस्तेमाल किए गए ‘आपत्तिजनक’ शब्द के लिए उनसे माफी की मांग की है.
हालांकि इस सब के बावजूद महुआ मोइत्रा अपने स्टैंड पर डटी रही. उन्होंने अपनी बात का बचाव करते हुए कहा कि वह सेब को सेब कहेगी, संतरा नहीं.