कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते पिछले 95 दिनों से महाराष्ट्र के 188 लोग दुबई में फंसे हुए थे, और लंबी जद्दोजहद के बाद रविवार को अपने वतन लौटे. वतन लौटने के लिए इन्हें अपने स्तर पर व्यवस्था करनी पड़ी. अब स्वदेश पहुंचने के बाद उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारनटीन होना पड़ेगा.
फ्लाई दुबई फ्लाइट ने रविवार को जैसे ही पुणे इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे को छुआ, फ्लाइट में बैठे यात्रियों ने मंगल मूर्ति मोरया, गणपति बप्पा मोरया, छत्रपति शिवाजी महाराज की जय के नारे लगाने शुरू कर दिए.
धनाश्री वाघ दुबई में एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी की मालकिन भी हैं, भी अपने परिवार में एक इमरजेंसी की वजह से पुणे वापस लौट आई हैं. धनाश्री ने फ्लाइट के उड़ान भरते समय और फ्लाइट के पुणे एयरपोर्ट पर लैंड करने के दौरान देशभक्ति के मूड को साझा किया. वतन लौटे सभी 188 भारतीयों की आंखों से आंसू बह रहे थे.
शनिवार को मुंबई लैंड किया एक विमान
इसी तरह एक अन्य चार्टर्ड विमान फ्लाई दुबई फ्लाइट शनिवार को इतनी ही संख्या में लोगों को लेकर मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंड हुआ था.
पुणे उतरने वाले ऐसे ही एक अन्य यात्री, 37 वर्ष के किशोर शेट्टी ने बताया कि उनकी मां का निधन शुक्रवार को मुंबई में हो गया. उन्हें मीरा रोड के थुंगा अस्पताल में भर्ती कराया गया था. किशोर दुबई में एक लॉ फर्म में काम करते हैं.
अपनी मां के निधन का दुखद समाचार मिलने के बाद, उसे लग रहा था कि वह अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सकेगा, लेकिन किस्मत से वह अपने एक दोस्त के माध्यम से खाड़ी महाराष्ट्र व्यापार मंच (जीएमबीएफ) के उपाध्यक्ष राहुल तुलपुले के संपर्क में आया. किशोर शेट्टी की मां के निधन के बारे में जानने के बाद, राहुल ने चार्टर्ड फ्लाइट में उन्हें अंतिम क्षण में महज 2 घंटे पहले समायोजित करने के लिए सहमति व्यक्त की. राहुल तुलपुले खाड़ी देशों में फंसे महाराष्ट्रियनों की उनकी वतन वापसी को लेकर अहम भूमिका निभा रहे हैं.
24 घंटे में मिली अनुमति
राहुल ने आजतक से बात करते हुए किशोर शेट्टी की दिल को छू लेने वाली कहानी साझा की. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने किशोर को हवाई अड्डे से टिकट लेने और पुणे वाली फ्लाइट से आने को कहा तो उसने कहा कि वह अपना टिकट खरीदने की स्थिति में नहीं है. ऐसी स्थिति में राहुल ने कुछ भी सोचे बगैर ही एक कंप्लीमेंटरी टिकट की व्यवस्था कर दी. इस तरह से किशोर एक विशेष चार्टर्ड विमान फ्लाई दुबई (FZ4317 DXB-PNQ) पर सवार हो गए.
राहुल तुलपुले ने बताया कि वह दुबई से आए सभी 188 भारतीयों को देखने के लिए एयरपोर्ट आए, जो 15 मार्च से यूएई में फंसे हुए थे. राहुल ने साथी महाराष्ट्रियनों की गंभीर स्थिति के बारे में बताया, जो अभी भी दुबई में अटके हुए हैं. उन्होंने बताया कि लगभग 13,000 महाराष्ट्रियन हैं जिन्होंने भारतीय वाणिज्य दूतावास के साथ पंजीकरण कराया है और बेसब्री से महाराष्ट्र वापस आने का इंतजार कर रहे हैं. सभी को उम्मीद थी कि उन्हें 7 मई, 2020 से भारत सरकार और नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए मिशन वंदे भारत उड़ान महाराष्ट्र में भी उड़ाया जाएगा.