लखनऊ, लखीमपुर खीरी में राजनीतिक दलों को सशर्त जाने की अनुमति मिलने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव व बहुजन समाज पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्र गुरुवार को लखीमपुर खीरी जा रहे हैं। अखिलेश सुबह 11 बजे करीब लखनऊ से लखीमपुर पुर के लिए रवाना हो चुके हैं। उन्हें सबसे पहले थाना धौरहरा के ग्राम लहबड़ी में मृत किसान नक्षत्र सिंह को श्रद्धांजलि एवं परिवार से शोक संवेदना प्रकट करने जाएंगे। वहीं सतीश चंद्र मिश्र भी लखीमपुर के लिए रवाना हो चुके हैं। अखिलेश यादव ने कुछ देर पहले ट्वीट भी किया जिसमें उन्होंने लिखा कि लखीमपुर हत्याकांड में नये वीडियो साक्ष्यों के बावजूद भी भाजपा सरकार को कुछ नज़र नहीं आ रहा है। भाजपा को सत्ता के दंभ का मोतियाबिंद हो गया है। भाजपा सरकार में दिल्ली से लेकर लखनऊ तक की ये निष्क्रियता स्वयं में आपराधिक है।
इसके बाद सपा अध्यक्ष दोपहर करीब सवा दो बजे निघासन में पत्रकार रमन कश्यप को श्रद्धांजलि एवं परिवार से शोक संवेदना प्रकट करेंगे। यहां के बाद अखिलेश यादव घटना में मारे गए किसान लवप्रीत ङ्क्षसह को श्रद्धांजलि एवं परिवार से शोक संवेदना प्रकट करने उनके आवास पलिया जाएंगे। वहीं, बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र गुरुवार सुबह 10 बजे लखनऊ से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना होंगे। वह लखीमपुर खीरी व निघासन में पहुंचकर मृतकों के स्वजन से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त करेंगे।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में तो चुनावी दंगल से पहले ही हिंसा हो गई, लेकिन सरकार और विपक्ष के बीच घटना के बाद से खींचातानी जारी है। यूपी के विधानसभा चुनाव से ऐन पहले ही हुई इस सनसनीखेज घटना के बाद विपक्षी दलों में पहले पीड़ित और घटनास्थल तक पहुंचने की दौड़ रविवार से ही शुरू हो गई थी। पहले दिन रात में ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा दिल्ली से लखनऊ पहुंचकर लखीमपुर के लिए रवाना हुईं थी, लेकिन सीतापुर में उन्हें रोक कर हिरासत में ले लिया गया था। लखीमपुर खीरी जाने के ऐलान के बाद बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को भी हाउस अरेस्ट कर लिया गया था। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लखनऊ एयरपोर्ट से लौटा दिया गया। समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव और प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव लखनऊ में सड़क पर प्रदर्शन के लिए उतरे, जो हिरासत में लेकर बाद में छोड़ दिए गए। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह भी सीतापुर में हिरासत में ले लिए गए। अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी लखीमपुर जाने के लिए लखनऊ पहुंचे। पहले इन्कार के बाद बुधवार को ही यूपी सरकार ने सभी दलों के नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दे दी थी।