लखनऊ विश्वविद्यालय के टीचिंग वाट्सएप ग्रुप पर अश्लील फोटो और कमेंट पोस्ट करने वाले छात्र आदित्य सिंह को एलयू प्रशासन ने निलंबित कर दिया है। साथ ही उसके निष्कासन की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।प्राक्टोरियल बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसका आदेश जारी किया जा रहा है। इसके साथ ही उसके निष्कासन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। आदित्य सिंह को हसनगंज पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया था। वह लविवि में बीए तृतीय वर्ष का छात्र है। पकड़े जाने पर वह पागलों जैसी हरकतें करने लगा। कांपने लगा, चक्कर आने का बहाना करने लगा, जोर-जोर से चिल्लाने लगा। हालांकि, पागल होने की पुष्टि न होने पर उसे जेल भेज दिया गया था।
छात्र आदित्य सिंह को हसनगंज पुलिस के गिरफ्तार करने के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय भी हरकत में आ गया है। लविवि प्रशासन ने सोमवार को छात्र को निलंबित व निष्कासित करने का फैसला किया है। एलयू प्रशासन के ऐसा करने से अन्य छात्रों को भी सबक मिलेगा। हसनगंज थाने के इंस्पेक्टर यशकांत सिंह ने रविवार को बताया कि आरोपित मूल रूप से प्रतापगढ़ अजमेर शाह मानधाता का रहने वाला है। वह यहां डालीगंज में रहने वाले अपने मामा के घर पर रहकर पढ़ाई कर रहा था। बीते 18 जुलाई को लविवि के चीफ प्रॉक्टर प्रो. दिनेश कुमार ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि भारतीय इतिहास और पुरातत्व विभाग के वाट्सएप टीचिंग ग्रुप पर आनलाइन क्लास चल रही थी। इस बीच किसी लड़के ने अश्लील फोटो डालने के साथ ही कमेंट डाल दिए थे। इंस्पेक्टर ने बताया कि साइबर क्राइम सेल की मदद से आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से मोबाइल फोन और दो सिमकार्ड बरामद किए गए थे।
धार्मिक टिप्पणी करने के मामले में कमेटी बनी,जांच शुरू: लखनऊ विश्वविद्यालय के एमए राजनीति विज्ञान सेकेंड सेमेस्टर के व्हाट्सअप ग्रुप पर धर्म और जातीय टिप्पणी किए जाने के मामले की जांच शुरू हो गई है। सोमवार को चीफ प्राक्टर प्रो. दिनेश कुमार ने तीन सदस्यीय कमेटी बना दी। उन्होंने बताया कि कमेटी उन सभी छात्रों के बयान लेकर जांच करेगी जिन्होंने इसकी शिकायत दर्ज कराई और जिस छात्र ने ग्रुप पर विवादित मैसेज भेजे। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।