लखनऊ विश्वविद्यालय में सात जुलाई से घोषित परीक्षा कार्यक्रम के विरोध में अब हर स्तर पर आवाज उठने लगी है। विरोध के क्रम में धरना प्रदर्शन के बाद अब हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया है। सूत्रों के मुताबिक लखनऊ विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा न कराने को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है।
बता दें कि लखनऊ विद्यालय की वार्षिक परीक्षाएं सात जुलाई से होनी है।विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा परीक्षा कार्यक्रम घोषित किए जाने के बाद से ही छात्र संगठनों द्वारा परीक्षा ना कराए जाने के विरोध में गांधी प्रतिमा स्थल विश्वविद्यालय परिसर में धरना प्रदर्शन व नारेबाजी भी हुई। छात्रों ने कुलपति वह अन्य संबंधित अधिकारियों को इससे लेकर ज्ञापन भी दिया मगर सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद अब न्यायालय की शरण ली गई है।
छात्र परीक्षा में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस के बढ़ते हुए मामलों को लेकर चिंतित हैं। परीक्षा में शारीरिक दूरी और कोरोना के संक्रमण को लेकर भय व्याप्त है। यही नहीं परीक्षा को लेकर शिक्षकों ने भी कई बार विरोध जताया था। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन अपने स्तर पर परीक्षा की तैयारियां शुरू कर रहा था। वहीं एक जुलाई से विश्वविद्यालय भी खुल रहा था। जिसमें छात्रों की क्लासेज भी आयोजित होनी थी। वहीं सात जुलाई से अंतिम वर्ष की परीक्षा शुरू होनी थी।