हेल्दी डाइट की बात होती है तो ज्यादातर लोग ब्रेकफास्ट पर ही फोकस करते हैं जबकि लंच और डिनर पर भी गौर करना जरूरी है। लंच या डिनर में अगर आप जंक प्रोसेस्ड या बहुत ज्यादा तला-भुना खाते हैं तो ब्रेकफास्ट कितना ही हेल्दी क्यों न हो सेहत को इससे कोई फायदा नहीं मिलने वाला। लंच के लिए बहुत ही हेल्दी ऑप्शन है चना साग।
अच्छी सेहत के लिए ब्रेकफास्ट के साथ लंच भी हेल्दी होना चाहिए, लेकिन जब बात हेल्दी लंच की होती है, तो इसके बहुत ही कम ऑप्शन्स नजर आते हैं। दूसरा वर्किंग प्रोफेशनल्स के पास वक्त भी नहीं होता लंच बनाने का। आज हम आपको ऐसी एक रेसिपी बताने वाले हैं, जो टेस्ट और हेल्थ दोनों में बेस्ट है। इसे बनाने में भी बहुत ज्यादा वक्त नहीं लगता और ये है चना साग की रेसिपी। जान लें इसे बनाने का तरीका।
चना साग रेसिपी
सामग्री
काबुली चना- 3-4 बड़े चम्मच (रातभर भिगोकर सुबह हल्का सॉफ्ट होने तक उबाल लें।), तेल- 1 बड़ा चम्मच, हींग- चुटकीभर, जीरा- 1.5 टीस्पून, बारीक कटा प्याज- 1, अदरक- लहसुन का पेस्ट- 2 चम्मच, हल्दी पाउडर- 1 टीस्पून, लाल मिर्च पाउडर- 1 टीस्पून, सब्जी मसाला- 3/4 टेबलस्पून, नमक- स्वादानुसार, बारीक कटा टमाटर- 1
बनाने का तरीका
सबसे पहले कड़ाही में तेल डालकर अच्छे से गर्म कर लें।
फिर इसमें जीरे और हींग का तड़का लगाएं।
अब बारीक कटा प्याज डालकर सुनहरा होने तक भूनें।
उसके बाद अदरक- लहसुन का पेस्ट डालकर अच्छे से भूनें। जब तक कि इसकी कच्ची गंध न दूर हो जाए।
अब बारी है इसमें मसाले डालने की। हल्दी, लाल मिर्च, सब्जी मसाला और नमक डालें। इन्हें भी कुछ सेकेंड तक प्याज के साथ अच्छी तरह से भूनें।
अब इसमें डालें बारीक कटे टमाटर। जिसे सॉफ्ट होने तक पकाएं।
फिर इसमें उबले हुए काबुली चने डालकर सारी चीजों को अच्छे से मिक्स कर लें।
पैन को ढ़ककर 10 मिनट तक पकने दें।
कुकर में बना रहे हैं, तो दो से तीन सीटी लगा लें।
कुकर का प्रेशर निकाल लें। फिर इसमें बारीक कटा पालक डालें।
फिर से इसे ढककर तब तक पकाएं, जब तक कि पालक सॉफ्ट न हो जाए।
ऊपर से गरम मसाला, बारीक कटी हरी धनिया डालें।
जीरा राइस के साथ चना-पालक सर्व करें।
क्यों हेल्दी है चना-साग?
काबुली चने प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होते हैं।
वहीं पालक आयरन, विटामिन बी, फोलेट का बेहतरीन स्त्रोत होता है।
शरीर को दुरुस्त रखने के लिए इन सारे ही न्यूट्रिशन की हमें रोजाना जरूरत होती है। भोजन में फाइबर की मौजूदगी से पाचन से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।