उत्तराखंड रोडवेज के कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से बस यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। देहरादून, सहित विभिन्न शहरों में यात्री फंसे रहे। रोडवेज कर्मचारियों ने चेताया कि अगर उनकी मांगों का निस्तारण नहीं हुआ तो अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी जाएगी।
निजीकरण के विरोध में रोडवेज कर्मचारी की हड़ताल से यात्रियों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही है। देहरादून स्थित आईएसबीटी में सुबह से ही यात्री परेशान है। यात्रियों को बस नहीं मिल पा रही है। ज्यादातर यात्री वापस लौट रहे हैं। कर्मचारी शुक्रवार को पूरे दिन हड़ताल पर रहेंगे।
यदि इसके बाद भी मांगे नहीं मानी जाती है तो 31 जनवरी मध्य रात्रि से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करेंगे। पर्वतीय और ग्रामीण डिपो में बसों का संचालन नहीं हुआ। मालूम हो कि रोडवेज प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच हुई वार्ता में कोई समाधान नहीं निकल पाया। एक घंटे बाद एमडी यह कहकर चले गए कि उनको किसी मीटिंग में जाना है। अब प्रबंधन ने फिर से वार्ता बुलाई है।
रोडवेज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा ने प्रबंधन को 13 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन का नोटिस थमाया है। रोडवेज की सभी कर्मचारी यूनियनें संयुक्त मोर्चा में शामिल हैं। ऐसे में प्रबंधन की चिंता बढ़ती जा रही है। कर्मचारियों को मनाने के लिए प्रबंधन ने बुधवार को मुख्यालय में वार्ता बुलाई।
कर्मचारियों ने रोडवेज का निजीकरण रोकने, संविदा विशेष श्रेणी कर्मचारियों को नियमित करने समेत अन्य मांगों के निराकरण की मांग रखी। लेकिन एक घंटे के वार्तालाप के बाद भी कोई हल नहीं निकल पाया। संयुक्त मोर्चा ने चेतावनी दी कि यदि मांगें का निस्तारण नहीं हुआ तो 31 जनवरी मध्यरात्रि से प्रदेश भर में बेमियादी कार्य बहिष्कार शुरू किया जाएगा।