रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पेत्रुशेव ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की गई। भारत में रूसी दूतावास ने बैठक के संबंध में जानकारी दी।
रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पेत्रुशेव ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की गई। भारत में रूसी दूतावास ने बैठक के संबंध में जानकारी दी।
भारत में रूसी दूतावास ने ट्वीट किया, “नई दिल्ली में, रूसी सुरक्षा परिषद के सचिव निकोले पेत्रुशेव का भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वागत किया। रूस-भारत के आपसी हित के द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की गई।”
पत्रुशेव ने अजित डोभाल से की मुलाकात
इससे पहले दिन में, निकोलाई पत्रुशेव ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की। बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने सुरक्षा क्षेत्र में रूस और भारत के बीच और सहयोग के तरीकों को रेखांकित किया। भारत में रूसी दूतावास ने ट्वीट किया, “नई दिल्ली की यात्रा के दौरान निकोलाई पेत्रुशेव ने भारत के प्रधानमंत्री व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की।”
दोनों देशों के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा
दूतावास ने कहा, “सुरक्षा के क्षेत्र में रूस और भारत के बीच और सहयोग के तरीकों की रूपरेखा तैयार की गई है। सामयिक क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का गहन आदान-प्रदान भी हुआ।” मालूम हो कि निकोलाई पत्रुशेव ने बुधवार को नई दिल्ली में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों की सुरक्षा परिषदों के सचिवों की 18वीं बैठक में भी भाग लिया। बैठक के दौरान एससीओ क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता के क्षेत्र में स्थिति पर चर्चा की गई।
मानवीय मुल्यों को बनाए रखने पर जोर
बैठक के दौरान, निकोलाई पेत्रुशेव ने सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों को बनाए रखने, संप्रभु राज्यों के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप को रोकने के साथ-साथ एकतरफा प्रतिबंधों और प्रतिबंधात्मक उपायों की नीति का मुकाबला करने की आवश्यकता पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध, आतंकवाद और नव-नाजीवाद के पुनरुत्थान से संयुक्त रूप से लड़ने के लिए विशिष्ट उपायों पर जोर दिया।
भारत में रूसी दूतावास के अनुसार, पत्रुशेव ने अंतरराष्ट्रीय सूचना सुरक्षा, जैव चिकित्सा सुरक्षा और नशीली दवाओं के खिलाफ सहयोग सुनिश्चित करने के क्षेत्रों में एससीओ के भीतर आगे की बातचीत के मुद्दों के बारे में बात की।