बिहार में इंडिगो एयरलाइंन के स्टेशन मैनेजर रुपेश सिंह की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. एक के बाद एक नेता रूपेश के घर पहुंच रहे हैं. वहीं उनके भाई नंदेश्वर सिंह ने मांग की है कि सीएम रूपेश की पत्नी को सरकारी नौकरी मुहैया करवाएं और बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था करें.
नंदेश्वर सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए 48 घंटों का अल्टीमेटम दिया था. मगर अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. हमें लगता है पटना प्रशासन गिरफ्तारी नहीं कर पाया है. तो सीएम को अब जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए.
मामले में विपक्ष नीतीश सरकार पर लगातार हमलावर रहा. जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि था हत्या के आरोपियों को 48 घंटे में पकड़ कर लाएं. मुख्यमंत्री ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) एसके सिंघल से घटना की पूरी जानकारी ली थी और कहा कि राज्य में इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
मुख्यमंत्री कार्यालय ने बुधवार को प्रेस रिलीज जारी कर कहा था कि सीएम नीतीश कुमार ने आज खुद डीजीपी से इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या से संबंधित जानकारी ली. डीजीपी ने बताया कि इस हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी गठित कर त्वरित कार्रवाई की जा रही है.
प्रेस रिलीज के मुताबिक मुख्यमंत्री ने डीजीपी को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि इस हत्याकांड के अपराधियों को बिना देरी किए गिरफ्तारी सुनिश्चित करें और स्पीडी ट्रायल कराकर दोषियों को जल्द से जल्द कठोर सजा दिलाई जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में किसी तरह के अपराध की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ पूरी सख्ती से पेश आए. मगर अब तक घटना में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
इसी बीच आज रूपेश सिंह के परिवार से मिलने बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) उनके घर छपरा के जलालपुर पहुँचे. वहीं उन्होंने परिवार के सदस्यों के साथ रूपेश की छोटी बेटी से मुलाकात की. खबरों की मानें तो वहां रूपेश सिंह की बेटी की बात सुन को सुशील मोदी भावुक हो गए. कुछ देर के लिए सुशील मोदी की आंखे नम हो गई.
पिता को खो चुकी 8 साल की बच्ची ने सुशील मोदी से कहा कि अंकल जब अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा तब सबसे पहले उन्हें मेरी माँ के सामने लाइए, मेरी माँ अपराधियों को पहली गोली मारेंगी. बच्ची की बात सुन सुशील मोदी भावुक हो गए और उन्होंने बेटी को गले लगा लिया.
एसआईटी ने पटना से लेकर छपरा तक ताबड़तोड़ छापेमारी की, और इस मामले में दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. एसआइटी से जुड़े पुलिस अधिकारियों ने पटना एयरपोर्ट पर जाकर रुपेश के साथी कर्मियों से भी पूछताछ की है. साथ ही एयरपोर्ट के CCTV कैमरे के वीडियो फुटेज की जांच की.
पुलिस की एक टीम छपरा के संवरी बक्शी गांव भी पहुंची है जहां छानबीन की जा रही है. मामले की जांच कर रही पुलिस टीम रूपेश के पहले के तमाम विवादों की जानकारी ले रही है. उनके प्रतिद्वंदी कौन थे, इस बात की भी छानबीन की जा रही है. हालांकि, फिलहाल रुपेश का कोई पुराना विवाद सामने नहीं आया है. उनके परिवार ने अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है.