राहुल गांधी जल्दी ही फिर कांग्रेस की कमान संभाल सकते हैं। पार्टी में इसकी चर्चा शुरू हो गई है। इसका एक बड़ा संकेत महाराष्ट्र में सरकार गठन से भी मिला है, जब हाल ही में बनी शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन वाली महाविकास अघाड़ी की सरकार में अचानक कांग्रेस के कोटे से बाला साहेब थोराट के साथ नितिन राउत को मंत्री बनाया गया और नाना पटोले को विधानसभा अध्यक्ष के लिए कांग्रेस ने नामित किया।
जबकि पहले मंत्रिमंडल के लिए थोराट के साथ अशोक चह्वाण और विधानसभा अध्यक्ष के लिए पृथ्वीराज चह्वाण के नामों की चर्चा तेज थी। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार नितिन राउत और नाना पटोले के नाम राहुल गांधी ने दिए हैं। दोनों को ही राहुल का करीबी माना जाता है।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक राहुल गांधी अब खुद भी पार्टी की कमान संभालने के इच्छुक हैं। उन्हें अहसास हो गया है कि लोकसभा चुनावों में पार्टी की करारी हार के बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने का जो फैसला किया था, वह तब के माहौल को देखते हुए लिया गया था।
लेकिन अब जबकि अर्थव्यस्था की खस्ता हालत की वजह से मोदी सरकार का ग्राफ तेजी से नीचे गिरा है और जिस तरह हरियाणा में भाजपा बहुमत नहीं पा सकी और महाराष्ट्र में भाजपा को सत्ता से बाहर होना पड़ा, ऐसी बदली परिस्थितियों में कांग्रेस को अब विपक्ष की राजनीति में फ्रंट फुट पर आकर खेलना होगा और इसके लिए राहुल गांधी अब खुद को तैयार पा रहे हैं।