श्रीलंका में नई सरकार बनने के बाद राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच पहली द्विपक्षीय बातचीत आयोजित हुई. सरकार बनने के तुरंत बाद भारत ने तत्परता दिखाते हुए श्रीलंका के राष्ट्रपति को भारत आने का न्योता दिया था. श्रीलंका के नए राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे का यह पहला आधिकारिक विदेशी दौरा है.
दोनों पक्षों ने आपसी समझौते के विभिन्न बिंदुओं, खासकर अर्थव्यवस्था और सुरक्षा सहयोग के मसले पर वार्ता की. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता सफल रही है और अंत में एक संयुक्त बयान जारी किया गया, जिसमें राष्ट्रपति राजपक्षे ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने पहले मेहमान के रूप में कोलंबो आमंत्रित किया है.
शुक्रवार को जारी बयान में राजपक्षे ने कहा, ‘श्रीलंका के राष्ट्रपति के रूप में मेरे चुनाव के बाद पहला आधिकारिक निमंत्रण महामहिम प्रधानमंत्री और भारत सरकार की ओर से मिला. मैं निश्चित रूप से यहां आकर बहुत खुश हूं, क्योंकि भारत हमारा सबसे करीबी पड़ोसी है और हमारा पुराना मित्र भी है.