वित्त मंत्री अरुण जेटली बजट बैग लेकर संसद पहुंच गए हैं. इससे पहले वह साउथ ब्लॉक से बजट की कॉपी लेकर राष्ट्रपति के पास पहुंचे थे ताकि उनके औपचारिक मंजूरी ले सकें. अब ये माना जा रहा है और सरकार के सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि आज 11 बजे ही बजट पेश किया जाएगा. इसके पहले या बाद में सांसद ई अहमद के निधन पर सदन में शोकसभा और श्रद्धांजलि दी जाएगी. सरकार ने इसके लिए सभी दलों से बातचीत भी कर ली है.
पूर्व विदेश राज्यमंत्री ई अहमद के निधन के बाद ये खबरें आ रही थीं कि आज सदन में पेश होने वाला बजट 2017 एक दिन के लिए टाला जा सकता है. हालांकि एजेंसी से जारी खबरों के मुताबिक वित्त राज्यमंत्री राम मेघवाल वित्त मंत्रालय पहुंच गए हैं. वहीं सूत्रों के हवाले से अब ये भी खबर आ रही है कि बजट सुबह 11 बजे ही पेश होगा. वित्त मंत्री अरुण जेटली वित्त मंत्रालय से राष्ट्रपति के पास बजट पेश करने की मंजूरी लेने रवाना हो चुके हैं.
संविधान विशेषज्ञों की राय में आज बजट पेश होने या न होने को लेकर कोई कानूनी व्यवधान नहीं है लेकिन संसद की परंपरा न टूटे इसके लिए ये भी कहा जा सकता है कि आज पेश होने वाला बजट एक दिन के लिए टाल दिया जाए.
परंपरा के मुताबिक, किसी सांसद के निधन के बाद सत्र के पहले दिन उन्हें श्रद्धांजलि दी जाती है और उस दिन संसद का कार्यवाही स्थगित कर दी जाती है. मतलब उस दिन सदन में कोई कामकाज नहीं होता है.
इस बारे में बात करते हुए वित्त राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि संसद की परंपरा यही रही है कि किसी सांसद के निधन पर उस दिन सदन की कार्यवाही नहीं होती है. इसी कारण बजट को एक दिन के लिए टाला जा सकता है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि अंतिम फैसला स्पीकर सुमित्रा महाजन को करना है.
संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप ने टीवी चैनल से बातचीत में कहा, स्पीकर के सामने दो विकल्प हैं. पहला श्रद्धांजलि देने के बाद बाकी दिन सदन की कार्यवाही जारी रखें और दूसरा कि आज की कार्यवाही एक दिन के लिए टाल दिया जाए.
संविधान विशषज्ञ और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता संजय हेगड़े ने कहा कि बजट को स्थगित किया जाना चाहिए. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि बजट को टालने के लिए कोई कानूनी व्यवधान नहीं है.