बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में ब्लास्ट के आरोपी और सह-साजिशकर्ता की पहचान हो गई है। बता दें कि एनआई ने ब्लास्ट को अंजाम देने वाले की पहचान मुसाविर हुसैन शाजिब और सह-साजिशकर्ता अब्दुल मथीन ताहा के रूप में की। वहीं मुख्य आरोपियों को रसद मुहैया कराने वाले चिक्कमगलुरु के खालसा निवासी मुजम्मिल शरीफ को 26 मार्च को गिरफ्तार किया गया है और पुलिस हिरासत में उससे पूछताछ की गई।
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में ब्लास्ट के आरोपी और सह-साजिशकर्ता की पहचान हो गई है। बता दें कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने ब्लास्ट को अंजाम देने वाले की पहचान मुसाविर हुसैन शाजिब और सह-साजिशकर्ता अब्दुल मथीन ताहा के रूप में की।
बेंगलुरु के आईटीपीएल रोड पर स्थित रामेश्वरम कैफे में एक मार्च को ब्लास्ट हुआ था। इस मामले को लेकर एनआईए की जांच चल रही है। एनआईए ने रामेश्वर कैफे में ब्लास्ट करने वाले दोनों आरोपियों की पहचान कर ली है, जो शिवमोगा जिले के तीर्थहल्ली के निवासी हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई ने एनआईए के हवाले से बताया कि रामेश्वरम कैफे में आईईडी विस्फोट को अंजाम देने वाले आरोपी व्यक्ति की पहचान मुसाविर हुसैन शाजिब और सह-साजिशकर्ता अब्दुल मथीन ताहा के रूप में की है, जो शिवमोगा जिले के तीर्थहल्ली के रहने वाले हैं।
NIA कर रही पूछताछ
वहीं, मुख्य आरोपियों को रसद मुहैया कराने वाले चिक्कमगलुरु के खालसा निवासी मुजम्मिल शरीफ को 26 मार्च को गिरफ्तार किया गया है और पुलिस हिरासत में उससे पूछताछ की गई। साथ ही एनआईए ने फरार आरोपियों को गिरफ्त में लेने की कोशिशों के तहत कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में 18 स्थानों पर तलाशी ली।
सनद रहे कि एनआईए ने प्रत्येक फरार आरोपियों की जानकारी देने वालों को दस लाख रुपये का इनाम देने का एलान किया था। साथ ही एनआईए फरार और गिरफ्तार आरोपियों के दोस्तों और परिचितों को बुलाकर उनसे पूछताछ कर रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा जानकारी और सबूतों को एकत्रित किया जा सके।