विश्व हिंदू परिषद ने अयोध्या में राममंदिर के भूमिपूजन के लिए मिट्टी भेजने पर पश्चिम बंगाल के मतुआ संप्रदाय का आभार जताया है। विहिप के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार के अनुसार मतुआ संप्रदाय की भेजी गई मिट्टी को शिलान्यास में उपयोग किया गया था।
आलोक कुमार के अनुसार, पश्चिम बंगाल में यह अफवाह फैलाने की कोशिश की गई थी कि अनुसूचित जाति से आने के कारण मतुआ संप्रदाय की ओर से भेजी गई मिट्टी का शिलान्यास में उपयोग नहीं किया गया था। विहिप के अनुसार शिलान्यास के लिए पाकिस्तान से भी 10 स्थानों से मिट्टी आई थी। मतुआ संप्रदाय की भेजी गई मिट्टी के बारे में फैलाई जा रही अफवाहों का खंडन करते हुए आलोक कुमार ने कहा कि श्रीराम सबके हैं और किसी में भेदभाव नहीं करते हैं। उन्होंने मिट्टी भेजने का आभार जताते हुए मतुआ संप्रदाय से आने वाले पश्चिम बंगाल के सांसद शांतनु ठाकुर को भूमिपूजन का प्रसाद प्रदान किया। शांतनु ठाकुर ने कहा कि उनके संप्रदाय के लोग श्रीराम को अपना मानते हैं और इसी लिए शिलान्यास के लिए विशेष रूप से मिट्टी भेजी थी।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को एक महीने में मिला एक क्विंटल सोना-चांदी
उल्लेखनीय है कि रामनगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को बीते करीब एक महीने के समय में अयोध्या में रामलला का दर्शन करने आने वाले भक्तों ने राम मंदिर निर्माण के लिए करीब एक क्विंटल सोना-चांदी दान में दिया था। शनिवार को ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने महासचिव चम्पत राय बंसल को दान में मिला सोना-चांदी के साथ एक लाख रुपया का चेक भी सौंप दिया। रामभक्तों ने मंदिर की निमित्त यह सोना-चांदी दान दिया है। इनमें चांदी की ईंट, सोने के चावल के दाने और बड़ी संख्या नकद धनराशि भी है। महंत नृत्य गोपाल दास ने इसको अपने पास सुरक्षित रखा था। सुरक्षित सामग्री को महंत नृत्य गोपाल दास ने शनिवार को ट्रस्ट को सौंप दिया।