रामनगरी अयोध्या के यलो जोन में शुक्रवार को एक बांग्लादेशी युवक को पकड़ा गया है। संदिग्ध दिखने पर पुलिस ने इसको पकड़ा तो इसके बाद अलग-अलग पते वाले दो आधार कार्ड मिले हैं। भारत में करीब 16-17 वर्ष पहले छुपकर आने वाले इस युवक ने दिल्ली को अपना ठिकाना बनाया था। पुलिस के साथ ही इंटेलिजेंस एजंसियां उससे पूछताछ में लगी हैं। उसके खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया गया है।
अयोध्या के यलो जोन राजघाट से पुलिस ने शुक्रवार दिन में संदिग्ध परिस्थितियों में घूम रहे एक बांग्लादेशी युवक को गिरफ्तार किया है। युवक के पास बांग्लादेश से भारत आने का कोई वैध प्रमाण पत्र नहीं मिला है। उसके पास एक ही नम्बर के दो आधार कार्ड अलग-अलग पते के बरामद हुए हैं। पुलिस को नेशनल आईडी की भी छायाप्रति ही युवक दिखा सका। युवक को धोखाधड़ी कर भारत में रहने का दोषी पाते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस के साथ ही खुफिया एजेंसियों ने युवक से पूछताछ की है। युवक बता रहा है कि वह अयोध्या घूमने आया था।
रामनगरी अयोध्या में यलो जोन का दायरा करीब तीन किलोमीटर में फैला है। रामलला, जहां विराजमान हैं वह क्षेत्र रेड जोन, जबकि इसके बाहर का क्षेत्र यलो जोन में आता है।जिले में डेरा लगा करने वालों की गंभीरता से पड़ताल का निर्देश दिया गया है।
गिरफ्तार युवक अविनाश चंद्र दास बांग्लादेश के चरहोगला मेहंदीगंज वारिसल का रहने वाला है, लेकिन उसके पास से मिले दो आधार कार्ड में एक पर दिल्ली के कटिया बाबा आश्रम डेरी लिबासपुर और दूसरे पर वृंदावन का पता अंकित है। पूछताछ में युवक ने बताया कि वह करीब 16-17 वर्ष पहले छुप छुपाकर बांग्लादेश से भारत आया और पहले वह दिल्ली के कतिया बाबा आश्रम में रहा।
उसने दिल्ली के पते पर आधार कार्ड भी बनवा लिया। इसके बाद वह वृंदावन चला गय किसी को उसपर संदेह न हो इसलिए उसने वृंदावन के पते पर भी आधार कार्ड बनवा लिया। युवक के खिलाफ थाना रामजन्म भूमि में मुकदमा दर्ज कराया गया है। उसने पुलिस को और भी जानकारी उपलब्ध कराई है, जिसकी पड़ताल में पुलिस और खुफिया एजेंसियां लगी हुईं हैं। बांग्लादेशी युवक की गिरफ्तारी के बाद रामनगरी में सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। जिले में डेरा लगा करने वालों की गंभीरता से पड़ताल का निर्देश दिया गया है।