मानसून का सीजन आते ही आकाशीय बिजली कहर बरपाने लगी है। देशभर में अलग-अलग राज्यों में कई लोग आकाशीय बिजली से अपनी जान गंवा चुके हैं। राजस्थान डिजास्टर मैनेजमेंट की ज्वॉइंट सेक्रेटरी कल्पना अग्रवाल के मुताबिक राज्य में 11 जुलाई तक 23 लोगों की आकाशीय बिजली से मौत हो चुकी है। वहीं इससे घायल होने वालों की संख्या 25 है। राजस्थान के जयपुर, झालावाड़ और धौलपुर जिलों में रविवार को आकाशीय बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में सात बच्चों सहित कई लोगों की मौत हो गई।
कई अन्य राज्यों में भी प्राकृतिक आपदा ने कहर ढाया है। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर, कौशाम्बी और फिरोजाबाद जिलों में रविवार को खराब मौसम के बीच बिजली गिरने से इसकी चपेट में आकर 10 लोगों की मौत हो गई। मध्य प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में भी बिजली गिरने से अब तक सात लोगों की जान चली गई है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के विभिन्न हिस्सों में आकाशीय बिजली से हुई मौतों पर दुख जताया है।
प्रधानमंत्री ने इस प्राकृति आपदा में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये मुआवजे की घोषणा की। एक अन्य ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के कई हिस्सों में आकाशीय बिजली गिरने से हुई जनहानि हृदयविदारक है। इस त्रासदी में जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी शोक संवेदना प्रकट करता हूं। ईश्वर उन्हें इस दुख को सहने की शक्ति दे।