कोरोना से निपटने के लिए लागू लॉकडाउन में फंसे मजदूरों की घर वापसी के लिए केंद्र व राज्य सरकारें जो भी दावा करें, लेकिन प्रवासी मजदूर अब भी पैदल आने-जाने को मजबूर हैं.
लॉकडाउन में मजदूरों की घर वापसी के बीच एक बार फिर दर्दनाक मामला सामने आया है. मुंबई से उत्तर प्रदेश लौट रहे तीन प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई है. इनमें दो पैदल जा रहे थे, जबकि एक की मौत ट्रक में अचानक तबीयत खराब होने की वजह से हुई.
जानकारी के मुताबिक, फतेहपुर जिला के हरदासपुर में रहने वाले अनीस अहमद ट्रक में सवार होकर घर आ रहे थे. जामली के पास ट्रक में उनकी तबीयत खराब हुई और थोड़ी देर में मौत हो गई. वहीं, प्रयागराज के रहने वाले लल्लूराम की मध्य प्रदेश में एंट्री करने के बाद तबीयत बिगड़ी.
मुंबई से पैदल आ रहे लल्लूराम को तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल लाया गया, जहां उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके अलावा तीसरे मृतक की पहचान प्रेम बहादुर के रूप में हुई है. वो भी मुंबई से पैदल घर आ रहे थे. वहीं, पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा.
हाल में महाराष्ट्र के औरंगाबाद से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई थी. यहां रेल की पटरी पर प्रवासी मजदूरों को एक मालगाड़ी ने रौंद दिया. औरंगाबाद के जालना रेलवे लाइन के पास ये हादसा हुआ, जिसमें 16 मजदूरों की मौत हो गई थी. ये सभी प्रवासी मजदूर अपने घर पैदल जा रहे थे, जिस दौरान ये हादसा हुआ.
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में पाठा गांव के पास ट्रक पलटने से 5 मजदूरों की मौत हो गई थी. दरअसल, एक ट्रक में सवार होकर कई मजदूर उत्तर प्रदेश जा रहे थे, तभी ये हादसा हुआ. ये घटना शनिवार-रविवार रात की है.
जब ये हादसा हुआ, तब ट्रक में ड्राइवर और कंडक्टर सहित 18 लोग सवार थे. ये लोग हैदराबाद से उत्तर प्रदेश जा रहे थे. रास्ते में पाठा गांव पहुंचते ही ट्रक पलट गया. इस हादसे में मौके पर ही 5 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 11 लोग घायल हो गए.