बनारस की गायिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म का आरोपी बाहुबली विधायक विजय मिश्र के पोते विकास मिश्र को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे कौलापुर रेलवे क्रॉसिंग के पास से पकड़ा है।
हालांकि विधायक को इससे पूर्व रिश्तेदार से संपत्ति विवाद में मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले से गिरफ्तार किया था। लेकिन, पुत्र और पौत्र पुलिस की पकड़ से बाहर थे। पुलिस दोनों की तलाश कर रही थी। इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर गोपीगंज कोतवाल केके सिंह हमराहियों के साथ कौलापुर रेलवे क्रासिंग पहुंचे और मौके से विकास मिश्रा उर्फ ज्योति को गिरफ्तार कर लिया। समाचार दिए जाने तक पुलिस उसे जेल भेजने की कार्रवाई में जुटी थी।
वाराणसी के जैतपुरा की एक गायिका ने ज्ञानपुर के बाहुबली विधायक विजय मिश्र, उनके पुत्र और भतीजे के बेटे पर सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए 18 अक्तूबर को गोपीगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। रिश्तेदार के साथ संपत्ति विवाद में विधायक विजय मिश्र इस समय आगरा जेल में बंद हैं।
पीड़ित युवती ने बताया कि वह एक गायिका है। आरोप लगाया कि विधायक विजय मिश्र 2014 से उसका शारीरिक शोषण कर रहे थे। तहरीर में युवती ने एक जनवरी 2014 से 18 दिसंबर 2015 के बीच अपने साथ हुईं घटनाओं का जिक्र किया।
तहरीर के अनुसार, वर्ष 2014 में विधायक विजय मिश्र ने कार्यक्रम के लिए बुलाया था। स्टेज पर जाने से पूर्व जब वह अंदर कपड़े बदल रही थी, उसी समय विधायक कमरे में घुस गए और डरा-धमकाकर दुष्कर्म किया। कमरे में रखे असलहों की धौंस दिखाकर धमकी दी कि मुंह खोला तो अंजाम बुरा होगा।
विधायक ने अपने पुत्र विष्णु और पौत्र विकास को बुलाकर मुझे वाराणसी छोड़ने के लिए कहा तो उन दोनों ने मुझे सामने वाले मकान में ले जाकर दुष्कर्म किया। इसके बाद 2015 में प्रयागराज के अल्लापुर में अपने घर बुलाकर शोषण किया। नौकरी दिलाने का भरोसा देकर होटल में बुलाकर शारीरिक शोषण किया था। इससे परेशान होकर 2016 में वह मुंबई चली गई, लेकिन विधायक बराबर वीडियो कॉल कर अश्लील हरकतें करते रहते थे। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने आगे की कार्रवाई करते हुए आज विकास मिश्र को गिरफ्तार कर लिया।
गोपीगंज थाना क्षेत्र के धनापुर गांव निवासी विधायक के रिश्तेदार कृष्णमोहन तिवारी ने चार अगस्त को गोपीगंज थाने में विधायक, उनकी पत्नी एमएलसी रामलली और पुत्र विष्णु मिश्र के खिलाफ मकान कब्जा करने, अन्य संपत्ति अपने बेटे के नाम वसीयत कराने के प्रयास और उनकी फर्म को अवैध ढंग से कब्जा करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था।
मामले में विधायक आगरा जेल में बंद हैं, जबकि एमएलसी जमानत पर हैं। विष्णु मिश्र अभी तक फरार है। विवेचना के दौरान विधायक की बहू रूपा मिश्र का नाम भी सामने आने पर पुलिस ने उनके खिलाफ भी विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने बहू रूपा मिश्र की 23 दिसंबर तक गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है।