राजधानी में कोरोना संक्रमण का प्रसार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। केजीएमयू में शुक्रवार को इलाज के दौरान एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। वहीं, 31 नए मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई है। इसमें 24 मरीज सीएम हेल्पलाइन दफ्तर के हैं। फूलबाग निवासी 63 वर्षीय महिला को छह जून को केजीएमयू में भर्ती कराया गया था।
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक, फूलबाग निवासी 63 वर्षीय महिला में डायबिटीज व बीपी की भी समस्या थी। ऐसे में महिला की किडनी में दिक्कत बढ़ गई। उन्हेंं डायबिटिक नेफ्रोपैथी हो गई। इसके अलावा जांघ की हड्डी में फ्रैक्चर भी था। बुजुर्ग की हालत लगातार बिगड़ती गई। डॉक्टरों ने काफी प्रयास किया, मगर बुजुर्ग महिला को बचाया नहीं जा सका। शुक्रवार को महिला की मौत हो गई। ऐसे में राजधानी में अब तक नौ मरीजों की मौत कोरोना से हो चुकी है। फूलबाग में यह दूसरी मौत है, जबकि जून माह में पांचवीं मौत है।
सीएम हेल्पलाइन दफ्तर में बढ़ा प्रकोप
इंदिरागांधी प्रतिष्ठान के पास साइबर हाइट टॉवर में सीएम हेल्पलाइन का दफ्तर है। सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक, शुक्रवार को 31 मरीजों में वायरस पाया गया है। इसमें 24 मरीज सीएम हेल्पलाइन दफ्तर के हैं। ऐसे में क्षेत्र के घर-घर में स्कैनिंग अभियान चलाया गया। 467 लोगों का हेल्थ ब्योरा जुटाया गया है। साथ ही इलाके में सैनिटाइजेशन का काम कराया जा रहा है।
लविवि के शिक्षक और लोकबंधु के चिकित्सक में भी कोरोना
सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल के मुताबिक, लविवि के एक शिक्षक में भी कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके अलावा निरालानगर नगर में संक्रमित मरीज के तीन परिवारजन, एक कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी, एक लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सक, एक तेलीबाग में मरीज पाया गया है। सभी को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। राजधानी में कुल 31 नए केस पाए गए हैं। ऐसे में मरीजों की संख्या बढ़कर 538 हो गई है। कुल मरीजों में नौ महिलाएं 22 पुरुष हैं।
लखनऊ में कब-कब हुईं मौतें
- 15 अप्रैल : नया गांव निवासी 64 वर्षीय बुजुर्ग की मौत
- 19 मई : मौलवीगंज निवासी 52 वर्षीय सब्जी विक्रेता की मौत
- 29 मई : बारूदखाना निवासी महिला की मौत
- 31 मई : फूलबाग निवासी बुजुर्ग की मौत
- 05 जून : ऐशबाग निवासी पूर्व निदेशक बलरामपुर अस्पताल की मौत
- 06 जून : चौपटिया निवासी 61 वर्षीय महिला की मौत
- 06 जून : ऐशबाग निवासी 60 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना से मौत
- 09 जून : रुचिखंड शारदानगर निवासी 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत
- 12 जून : 63 वर्षीय फूलबाग निवासी महिला की मौत।
लोकबंधु की महिला डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से अफरातफरी
लोकबंधु अस्पताल की महिला डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अन्य चिकित्सकों में हड़कंप मच गया है। उनके सीधे संपर्क में आए 10 से अधिक लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। यह वहीं महिला डॉक्टर हैं जो कई संक्रमित गर्भवतियों का सुरक्षित प्रसव कराने वाली टीम में भी शामिल थीं। कोरोना वार्ड में ड्यूटी के बाद अस्पताल में ही क्वारंटाइन रहा करती थीं। साथ ही जिस कमरे में डॉक्टर रुका करती थीं, उसे सैनिटाइज कराने के बाद सील कर दिया गया है।
राजधानी में कुल कंटेनमेंट जोन की संख्या 21 पहुंची
राजधानी में लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या के चलते कंटेनमेंट जोन में भी इजाफा हो रहा है। शुक्रवार को एक नया कंटेनमेंट जोन बनाए जाने से यह संख्या 21 तक पहुंच गई है। निराला नगर में कोरोना के तीन नए मरीज मिलने बाद इस इलाके को कंटेंमेंट जोन बना दिया गया है। गुरुवार को यहां एक डॉक्टर की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि निराला नगर में डॉक्टर के घर पास क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। अब तक दो दिनों में यहां चार कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की निगरानी बढ़ा दी गई है। संपर्क में आए अन्य लोगों के नमूने भी जांच को लिए जाएंगे। क्षेत्र में सैनिटाइजेशन भी कराया जाएगा। पुलिस विभाग भी क्षेत्र में नजर रखेगा।
ग्रीन जोन में कोरोना की जांच, दो नर्सों की संबद्धता समाप्त
वीडियो वायरल पर जांच कमेटी गठित, सीएमएस देंगे रिपोर्ट जासं, लखनऊ : लोहिया संस्थान के ग्रीन जोन में स्वैब कलेक्शन संग्रह का वीडियो वायरल हो गया। इसको लेकर संस्थान प्रशासन ने कमेटी गठित कर दी। वहीं, दो नर्सों की संबद्धता समाप्त करने का ऑर्डर जारी कर दिया। अंदेशा है कि नर्सों ने ही वीडियो बनाकर वायरल किया है। लोहिया संस्थान के हॉस्पिटल ब्लॉक की इमरजेंसी में एक रेजीडेंट खुले में स्वैब संग्रह किया। यह ग्रीन जोन एरिया था। ऐसे में स्वैब संग्रह में कोविड प्रोटोकाल को नजरंदाज किया गया। इससे संक्रमण फैलने का खतरा है। लिहाजा, निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी ने सीएमएस को मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
वहीं, अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की संबद्ध दो नर्सों को मूल विभाग भेजने का आदेश जारी कर दिया। इमरजेंसी में कोरोना को लेकर कर रहे जागरूक संस्थान ने कोरोना वायरस के प्रति लोगों को जागरूक करने की नई रणनीति बनाई है। यहां इमरजेंसी में आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को वायरस के बारे में जानकारी दी जा रही है। संस्थान के इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के डॉ. राजीव रतन सिंह हर दो घंटे पर इमरजेंसी में जुटी भीड़ को लाउडस्पीकर के जरिए जागरूक कर रहे हैं।