डोनाल्ड ट्रंप की तरफ AK-47 तानने वाला शख्स यूक्रेन का समर्थक है। वह ट्रंप का कट्टर आलोचक है। इतना ही राष्ट्रपति चुनाव में वह विवेक रामास्वामी और निक्की हेली का समर्थन कर रहा था। मगर दोनों नेता अब चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। वह तुलसी गब्बार्ड को दान भी दे चुका है। 58 वर्षीय यह व्यक्ति वामपंथी विचारधारा से भी प्रेरित है। आइए जानते हैं ये शख्स कौन है?
वाशिंगटन। राष्ट्रपति चुनाव के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फ्लोरिडा गोल्फ क्लब के बाहर दो लोगों ने एक दूसरे पर गोलीबारी की। अमेरिका की सीक्रेट सर्विस एजेंसी मामले की जांच में जुटी है। इस घटना में ट्रंप बिल्कुल सुरक्षित हैं। घटना रविवार को दोपहर करीब दो बजे हुई।
फ्लोरिडा के वेस्ट पाम बीच पर डोनाल्ड ट्रंप का गोल्फ कोर्स है। बताया जा रहा है कि जिस संदिग्ध को पकड़ा गया है वह ट्रंप का कट्टर आलोचक है। रूस-यूक्रेन युद्ध में वे यूक्रेन का समर्थन करता है। आरोपी की पहचान 58 वर्षीय रयान राउथ के तौर पर हुई है।
ट्रंप की तरफ तानी थी नाल
सीक्रेट सर्विस एजेंटों ने वेस्ट पाम बीच में ट्रंप इंटरनेशनल गोल्फ क्लब के नजदीक रयान वेस्ले राउथ को देखा था। वह भारी हथियारों से लैस था। आरोपी ने अपनी राइफल रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की तरफ तान रखी थी। नजर पड़ते ही सीक्रेट सर्विस एजेंट ने उस पर फायरिंग की। मगर वह भागने में कामयाब रहा। इसके बाद स्थानीय पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बंदूकधारी से ट्रंप से 400 से 500 गज की दूरी पर था।
हवाई का रहने वाला है राउथ
राउथ वामपंथी विचारधारा से भी प्रेरित है। सोशल मीडिया पर वह अक्सर ट्रंप के खिलाफ बयानबाजी भी करता है। राउथ मूलत: हवाई का रहने वाला है। वह कैंप बॉक्स होनोलुलु नामक एक शेड-बिल्डिंग कंपनी चलाता है।
तुलसी गब्बार्ड को दे चुका दान
ट्रंप इंटरनेशनल गोल्फ क्लब के बाहर फायरिंग करने का आरोपी राउथ डेमोक्रेट समर्थक है। अमेरिका के संघीय चुनाव आयोग के रिकॉर्ड के मुताबिक साल 2019 से 140 डॉलर से अधिक का वह 19 बार दान कर चुका है। आरोपी ने हवाई की पूर्व प्रतिनिधि तुलसी गब्बार्ड को भी दान दे चुका है।
निक्की हेली और विवेक रामास्वामी का समर्थक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राउथ ने नॉर्थ कैरोलिना कृषि और तकनीकी राज्य विश्वविद्यालय में पढ़ाई की है। इस चुनाव में वह भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी और निक्की हेली का समर्थन भी कर रहा था। हालांकि दोनों ने बाद में चुनाव से दूरी बना ली।
यूक्रेन जाना चाहता था राउथ
आरोपी राउथ ने स्वयंसेवक की तौर पर यूक्रेन की तरफ से रूस के खिलाफ जंग में हिस्सा लेने की ख्वाहिश भी जताई थी। उसने कहा था कि दुनिया भर के लोगों को लड़ने की खातिर यूक्रेन जाना चाहिए। यहां तक वह यूक्रेन जंग में मरने को भी तैयार था।