कहते हैं हर रविवार के दिन सूर्यदेव की पूजा का बहुत महत्व माना जाता है. ऐसे में रविवार के दिन सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए बहुत से उपायों को कर लिया जाए तो लाभ होता है. वहीं रविवार के दिन कई लोग भगवान सूर्य को खुश करने के लिए उपाय करते हैं. कहते हैं कई तरह के उपाय करने से मन की सभी इच्छाएं और मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. ऐसेमे रविवार के दिन व्रत करने से और यह आरती करने से कई कष्ट दूर होते हैं. तो आइए आज जानते हैं वह आरती जिसे रविवार के दिन पढ़ने से लाबाह होता है.
आरती – कहूँ लगि आरती दास करेंगे,
सकल जगत जाकि जोति विराजे ||
सात समुन्द्र जाके चरणनि बसे,
कहा भयो जल कुम्भ भरे हो राम |
कोटि भानु जाके नख की शोभा,
कहा भयो मंदिर दीप धरे हो राम |
भार उठारह रोमावलि जाके,
कहा भयो शिर पुष्प धरे हो राम |
छप्पन भोग जाके नितप्रति लागे,
कहा भयो नैवेध धरे हो राम |
अमित कोटि जाके बाजा बाजे,
कहा भयो झंकार करे हो राम |
चार वेद जाके मुख की शोभा,
कहा भयो ब्रहमा वेद पड़े हो राम |
शिव सनकादिक आदि ब्रह्मादिक,
नारद मुनि जाको धयान धरें हो राम |
हिम मंदार जाको पवन झंकोरे,
कहा भयो शिर चवर ढुरे हो राम |
लख चोरासी बन्दे छुडाये,
केवल हरियश नामदेव गाये ||
हो राम