शादी से पहले लिव इन मे रहने के पीछे इनकी गरीबी को जिम्मेदार बताया जाता है। यहां जिस जगह की बात करे रहे हैं, वहां रहने वाले आदिवासियों के बीच ऐसी प्रथा कि अगर कोई शादी करता है तो उसे गांव में दावत देनी होती है, इसके बाद ही उनकी शादी को सामाजिक मान्याता मिलती है।
भारतीय संस्कृति और परंपरा के अनुसार आम महिला और पुरुष के बीच शारिरिक संबंध शादी के बाद ही बनते हैं। लेकिन आज के आधुनिक युग में बिना शादी के रहना, या बिना शादी के महिला और पुरुष के बीच शारिरिक संबंध (जिसे लीव इन रिलेशन) होना ट्रेंड की तरह दिख रहा है।भारत के इस राज्य में शादी से पहले महिलओं को जबरन बनाना पड़ता है संबंध
हालांकि इस ट्रेंड के साथ जुड़ने वाली शहरी क्षेत्र की महिलाएं या पुरुष अपनी मर्जी से ऐसा फैसला करते हैं। जबकि झारखंड के गुमला जिले में एक ऐसा गांव भी है जहां लोग मजबूरी में लिव इन में रहते हैं। इससे पहले की इनकी मजबूरी का बखान करे, यह बताते दें कि झारखंड के अलग-अलग जगहों पर आदिवासियों की प्रजातियां रहती है।
लेकिन जिन लोगों को अपना पेट पालने के लिए ही सुबह-शाम मेहनत करनी पड़ती है, वे पूरे गांव को दावत कैसे दे सकते हैं? लिहाज यहां के लोग दावत देने की डर से बिना शादी के ही लिव इन में रहने को मजबूर हो रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इनके बीच एक जोड़ा ऐसा भी है जो करीब 20 साल से साथ है लेकिन उसकी शादी सोमवार को एक सामूहिक विवाह कार्यक्रम के दौरान हुई है।
आपको बता दें कि यहां एक एनजीओ की पहल के बाद सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें 100 से भी अधिक जोड़े ने एक दूसरे के साथ शादी की है। साथ ही इनकी शादी को सामाजिक मान्यता दिलाने के लिए सामूहिक दावत का इंतेजाम भी किया गया था।