अगले साल 2023 में भी सूर्य ग्रहण का साया मानव जीवन पर पड़ने वाला है। इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगा था। अब दो महीने बाद 2023 का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल 2023 को लगने जा रहा है। ये पूर्ण सूर्यग्रहण होगा।
ज्योतिष मान्यताओं के मुताबिक, सूर्य ग्रहण को कभी भी शुभ नहीं माना गया है। जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है तो सूरज की रोशनी धरती तक पहुंच नहीं पाती है। इसे ही सूर्य ग्रहण का नाम दिया गया है। साल 2022 के दो सूर्य ग्रहण लगे और ये दोनों ही आंशिक थे। वहीं अगले साल का पहला सूर्य ग्रहण पूर्ण होगा तो वहीं दूसरा आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। आइये जान लेते हैं अगले साल कब, कहां और कैसा दिखेगा सूर्य ग्रहण।
Surya Grahan 2023 April(Total Solar Eclipse)
20 अप्रैल 2023 (पूर्ण सूर्य ग्रहण)
- साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल, 2023 को गुरुवार के दिन लगेगा। ये पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। सूर्य ग्रहण सुबह 7 बजकर 4 मिनट पर लगेगा और 12 बजकर 29 मिनट पर खत्म हो जाएगा। सूर्य ग्रहण दक्षिण-पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत, हिंद महासागर, अंटार्टटिका में नजर आएगा। बता दें कि भारत में साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा।
Surya Grahan 2023 October(Annular Solar Eclipse)
14 अक्टूबर 2023 (वलयाकार सूर्य ग्रहण)
- साल 2023 का दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर , 2023 को शनिवार के दिन लगेगा। ये वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। सूर्य ग्रहण रात 8 बजकर 23 मिनट पर लगेगा और रात 2 बजकर 25 मिनट तक लगेगा। सूर्य ग्रहण पश्चिमी अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, आर्कटिक जैसे क्षेत्रों में नजर आएगा। भारत में दूसरा सूर्य ग्रहण भी दिखाई नहीं देगा।
Surya Grahan 2024 April (Total Solar Eclipse)8 अप्रैल 2024 (पूर्ण सूर्य ग्रहण)
- साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल, 2024 को सोमवार के दिन लगेगा। ये पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। पश्चिम यूरोप , उत्तरी अमेरिका, उत्तर दक्षिण अमेरिका , प्रशांत अटलांटिक, आर्कटिक जैसे क्षेत्रों में सूर्य ग्रहण देखने को मिलेगा। भारत में साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा।
Surya Grahan 2024 October(Annular Solar Eclipse)2 अक्टूबर 2024 (वलयाकार सूर्य ग्रहण)
- साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण 2 अक्टूबर, 2024 को बुधवार के दिन लगेगा। ये वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। दक्षिण अमेरिका का अधिकांश भाग, प्रशांत, अटलांटिक और अंटार्कटिका क्षेत्रों में साल का दूसरा सूर्य ग्रहण देखने को मिलेगा। बता दें कि भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा।
पूर्ण सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse) और वलयाकार सूर्य ग्रहण (Annular Solar Eclipse) में अतंर
पूर्ण सूर्य ग्रहण तब लगता है कि जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी सीधी रेखा में होते हैं। पूर्ण सूर्यग्रहण की स्थिति तब बनती है जब पृथ्वी का एक भाग पूरी तरह से अंधेरे में तब्दील हो जाता है। इस समय चंद्रमा, पृथ्वी के सबसे निकट होता है।
वहीं चंद्रमा जब पृथ्वी से दूर होता है तब वलयाकार सूर्य ग्रहण की स्थिति बनती है। इस दौरान चंद्रमा, सूर्य को पूरी तरह ढक नहीं पाता है। लेकिन इस दौरान सूर्य, रिंग आफ फायर जैसा प्रतीत होता है और आकार में भी छोटा दिखाई देने लगता है।